"रायगढ़": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
पंक्ति 146:
== राज्याभिषेक ==
शिवाजी का राज्याभिषेक रायगड में, 6 जून 1674 ई. को हुआ था। काशी के प्रसिद्ध विद्वान गंगाभट्ट इस समारोह के आचार्य थे। उपरान्त 1689-90 ई. में औरंगज़ेब ने इस पर अधिकार कर लिया।
शिवराज्याभिषेक
शिवराज्याभिषेक यह रायगड ने अनुभव किया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसंग है। महाराज का राज्याभिषेक मतलब महाराष्ट्र का ही नही बल्कि भारत के इतिहास की एक लक्षणीय घटना है। १९ मे १६७४ को राज्याभिषेक विधी पूर्व महाराज ने प्रतापगड की भवानी देवी के दर्शन किए। तीन मन सोने के मतलब ५६ हजार किंमत के छत्र देवीको अर्पण किए। किले पर के राज सभामें ६ जून १६७४, ज्येष्ठ शुद्ध १३ शके १५९६, शनिवार इस दिन राज्याभिषेक मनाया गया। २४ सप्टेंबर १६७४, ललिता पंचमी आश्विन शुद्ध ५, आनंद संवत्सर शके १५९६ इस दिन तांत्रिक पद्धती से राजा ने स्वयं एक ओर राज्याभिषेक कर लिया। इसके पीछे का सच्चा हेतू ज्यादा से ज्यादा लोगों को संतोष मिले यह था।यह राज्याभिषेक निश्चलपुरी गोसावी इनके हीतेच संपन्न हुआ।
 
कवी भूषण रायगडा का वर्णन करते है कि-
 
“ शिवाजीने सर्व किले का आधार और विलासस्थान एेसे रायगड किले पर अपना बस्तीस्थान किया। यह किला बहुत बड़ा और विशाल है कि, उसमें तीनों लोको का वैभव समाया है। किले पर कुँए, सरोवरे, कूप विराजत है। सर्व यवनांओ को जीतकर रायगडा पर राजा शिवाजीने राजधानी बनाई।
 
== कृषि और खनिज ==