"बालाघाट": अवतरणों में अंतर

→‎शिक्षण संस्थान: JAWAHAR NAVODAYA VIDYALAYA, WARASEONI
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== जनसन्ख्या ==
वर्ष २००१ की जणगणना के अनुसार इस शहर की जनसन्ख्या ७५०६१ है जिसमे ५१% पुरुष और ४९ % महिलाये है। जिले का साक्षरता प्रातिशत ७९% है।
वर्ष 2011 कि जनगणना के अनुसार जिले कि जनसंख्या 1701156 है | पुरुषो कि सा. 87.13 महिला कि सा. 69.87 है | यहाँ प्रमुख रूप से पंवार जाति के लोग रहते है जो की प्रसिद्द राजा भोज के वंशज परमार/पंवार वंश से है |
 
== यातायात ==
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== शिक्षण संस्थान ==
 
यहाँ रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से संबद्ध दो महाविद्यालय और अन्य कई प्रशिक्षण और पॉलीटेक्निक संस्थान हैं। शासकीयइस उत्कष्टजिले की शान है जवाहर नवोदय विद्यालय कटंगीजहाँ केएडमिशन विद्यार्थीयोलेना नेयहाँ जिलेके हर बच्चे का नामसपना रोशनहोता कियाहै इस विद्यालय के बच्चे हर क्षेत्र में अव्वल और देश विदेश में कार्यरत है। यहशासकीय एकउत्कष्ट मात्रविद्यालय विद्यायलकटंगी जोके २०,०००विद्यार्थीयो विद्यार्थियोंने कीभी पसंदजिले में नाम रोशन किया है। है,कृषि के क्षेत्र में उन्नति लाने हेतु वर्ष 2012 में जिले की वारासिवनी तहसील में कृषि महाविद्यालय की स्थापना की गई है जिससे जिले में कृषि की उन्नत तकनीक का प्रसार हो रहा है।{{cn}}
 
== कैसे जाये बालाघाट ==
यह मध्य प्रदेश के बडे शहरो जैसे राजधानी भोपाल, सन्स्कारधानी जबलपुर और पमहानगरी इन्दौर से सीधे सडकमार्ग से जुडा है। जबलपुर से ब्राडगेज के लौहमार्ग (रेलमार्ग्) से आप जगप्रसिद्धट्रैन सतपुडाके एक्सप्रेसमाध्यम पकडकरसे यहा पहुच सकते है। यह महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर् से औ‍र छतीसगढ की राजधानी रायपुर से भी सीधे सडक मार्ग से जुडा है। नागपुर से आप बडी रेललाईन से मुम्बई हावडा मार्ग पर दो घन्टे मे गोन्दिया शहर आ जाये जहा से बालाघाट सडक/रेल मार्ग से सिर्फ् एक घन्टे मे पहुंच सकते है।[[परमार वंश]]