"विकिपीडिया वार्ता:प्रबन्धक": अवतरणों में अंतर
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:नवीन जी, आपका दृष्टिकोण सराहनीय है। यह आवश्यकता वर्तमान नियम के दुरुपयोग को देखते हुे महसूस की गई है। नियम में परिवर्तन का प्रस्ताव प्रबंधक सक्रियता को बनाए रखने तथा नए सदस्यों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। आपके सुझाव पर विचार करते हुए प्रबंधक संपादन की आवश्यकता दो सौ से घटाकर सौ कर दी गई है। [[सदस्य:अनिरुद्ध!|अनिरुद्ध!]] ([[सदस्य वार्ता:अनिरुद्ध!|वार्ता]]) 13:09, 8 अक्टूबर 2019 (UTC)
::{{सुनिये|सदस्य:अनिरुद्ध!}} जी धन्यवाद, बदलाव के लिये भी और आप सबके प्रोत्साहन के लिये भी।—[[सदस्य:Navinsingh133|Navinsingh133]] ([[सदस्य वार्ता:Navinsingh133|वार्ता]]) 18:36, 8 अक्टूबर 2019 (UTC)
:::प्रबंधकों की सक्रियता विकि पर बने रहना आवश्यक है परंतु यहाँ ये सेवा कुछ प्रबंधक सालों से दे रहे हैं और आजीवन विकि को समर्पित है। इसके बदले किसी भी प्रकार का वेतन नहीं लेते। इस प्रवृत्ति के साथ साथ उनको अपना निजी व्यवसाय या अर्थ उपार्जन की प्रवृत्ति भी करनी होती है। परिवार में किसी की मृत्यु हो जाए, किसी कार्य के लिए बाहर जाना पड़े, परिवार के साथ घूमने जाना और उसके बाद बढ़े हुए कार्यबोज से निपटना, चुनाव जैसी प्रक्रिया चल रही हो तो दिन रात दो-तीन महीने तक कार्य करना जैसी परिस्थितियाँ जीवन में आती रहती है और तभी अल्प समय के लिए विकि में सक्रियता कम होना स्वाभाविक है। जैसे कि हमारें जानेमाने प्रबंधक संजीव जी कुछ महीनों से अपने निजी कार्यो में व्यस्त हैं। उसका अर्थ ये नहीं कि वे कम आवश्यक सम्पादनों के नियम का ग़ैरलाभ उठा रहे हैं। दूसरी बात ये है कि विकि में पुनरीक्षण और प्रबंधन का कार्य करते समय प्रबंधकों को बहुत बार घर्षण में उतरना पड़ता है। बर्बरता से लड़ने के लिए और कुछ गलत हो रहा है तो उसे रोकने के लिए कर्तव्य पालन के दौरान उनकी कड़वी बातें किसी को अच्छी नहीं लगती और ऐसी स्थिति में उनको बहुत बार मानसिक यातनाएँ सहनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में बार बार अल्प समय के लिए उनका विकि ब्रेक लेना स्वाभाविक है। विकि की नीति भी ऐसी स्थिति में विकि ब्रेक लेने की अनुसंशा करती है। विकि ब्रेक या किसी आवश्यक निजी कार्य को उनकी कम सक्रियता मानकर उन्हें हटा दिया जाए तो ये विकि के लाभ में नहीं होगा।
ऐसी परिस्थिति सभी के जीवन में आती है। लम्बे काल के लिए असक्रियता रहे तो उन्हें हटाने का विकल्प सही भी है लेकिन अल्पकाल की कम सक्रियता के लिए प्रबंधकों को हटा देना सही नहीं लग रहा है। एक बार अनिरुद्ध जी स्वयं वर्तमान सक्रियता आवश्यकताओं को पूर्ण नहीं कर पाए थे और पुनः सक्रिय होने के बाद उन्हें उनका पद वापिस दिलाने हेतु मुझे एक साल तक संघर्ष करना पड़ा था। जो भी हुआ था प्रबंधन नामांकन के पुरालेख में देखा जा सकता है। अतः मेरा मानना है कि केवल ३ महीनों का काल सही नहीं है। हाँ सम्पादन सङ्ख्या बढ़ानी चाहिए और संपादन के साथ प्रबंधक कार्य जोड़ना भी सही है।--[[सदस्य:आर्यावर्त|आर्यावर्त]] ([[सदस्य वार्ता:आर्यावर्त|वार्ता]]) 02:40, 9 अक्टूबर 2019 (UTC)
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