"मगध महाजनपद": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
छो सेन नंद मौर्य राजवंश एक क्षत्रिय राजवंश है महापदम नंद नंद मौर्य राजवंश के राजा है टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 114:
कालाशोक- यह शिशुनाग का पुत्र था जो शिशुनाग के ३९४ ई. पू. मृत्यु के बाद मगध का शासक बना। महावंश में इसे कालाशोक तथा पुराणों में काकवर्ण कहा गया है। कालाशोक ने अपनी राजधानी को पाटलिपुत्र स्थानान्तरित कर दिया था। इसने २८ वर्षों तक शासन किया। कालाशोक के शासनकाल में ही बौद्ध धर्म की द्वितीय संगीति का आयोजन हुआ।
* बाणभट्ट रचित हर्षचरित के अनुसार काकवर्ण को राजधानी पाटलिपुत्र में घूमते समय सम्राट महापद्यनन्द
* महाबोधिवंश के अनुसार
*मगध साम्राज्य पर शासन करने लगे
* ३४४ ई. पू. में शिशुनाग वंश का अन्त हो गया और नन्द वंश
== [[नन्द वंश]] ==
|