"सम्भोग": अवतरणों में अंतर

[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
→‎बाहरी कड़ियाँ: छोटा सा सुधार किया।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
Stanglavine द्वारा सम्पादित संस्करण 4327504 पर पूर्ववत किया: बर्बरता। (ट्विंकल)
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना
पंक्ति 1:
 
[[File:Paul Avril - Les Sonnetts Luxurieux (1892) de Pietro Aretino, 2.jpg|thumb|सम्भोग दिखाता चित्र]]
'''सम्भोग''' ([[अंग्रेजी]]: [[:en:Sexual intercourse|Sexual intercourse]]) या सेक्सुअल इन्टरकोर्स) [[मैथुन]] या सेक्स की उस क्रिया को कहते हैं जिसमे [[पुरुष|नर]] का [[लिंग]] / [[लोडा]] /[[नुनू]] / [[शिष्ण]] / [[लंड]], [[स्त्री|मादा]] की [[योनि]] /[[चूत]] में प्रवेश करता हैं। सम्भोग अलग अलग जीवित प्रजातियों के हिसाब से अलग अलग प्रकार से हो सकता हैं।
सम्भोग को [[योनि मैथुन]], काम-क्रीड़ा, रति-क्रीड़ा और सहवास भी कहते हैं।
 
सृष्टि में आदि काल से सम्भोग का मुख्य काम वंश को आगे चलाना व बच्चे पैदा करना है। जहाँ कई जानवर व पक्षी सिर्फ अपने बच्चे पैदा करने के लिए उपयुक्त मौसम में ही सम्भोग करते हैं वहीं इंसानों में सम्भोग इस वजह के बिना भी हो सकता हैं। सम्भोग इंसानों में सुख प्राप्ति या प्यार या जज्बात दिखाने का भी एक रूप हैं।
पंक्ति 12:
 
उपरोक्त प्रकार के मैथुन अस्वाभाविक अथवा अप्राकृतिक व्यवहार के अन्तर्गत आते हैं या फिर सम्भोग के साधनों के अभाव में उन्हें केवल मनुष्य की स्वाभाविक आत्मतुष्टि का उपाय ही कहा जा सकता है, सम्भोग नहीं।
 
==सुरक्षित सेक्स==
 
'''कंडोम''',
यह सेक्स के समय गर्भ धारण होने से रोकता है।
यह सुरक्षित सेक्स के लिए जरूरी है।यह सेक्स के समय होने वाली बीमारियों (जैसे AIDS) से बचाता है।
हालाकि कंडोम को ९८% ही सफल माना जाता है।
 
==इन्हें भी देखें==
Line 26 ⟶ 19:
{{टिप्पणीसूची}}
 
== बाहरी कड़ियाँ ==
 
* [https://www.youtube.com/watch?v=f-xbQeGZ6rk सम्भोग]
* [http://books.google.co.in/books?id=7bdtuDOPo0kC&printsec=frontcover#v=onepage&q&f=false वृहद वात्स्यायन कामसूत्र] (गूगल पुस्तक)
 
{{सेक्स}}