"सत्य": अवतरणों में अंतर
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मानव धर्म प्रसार प्रवर्तक सन्त श्री गंगाराम दास महाराज का मत है कि शास्त्रोक्ति, गुरुवचन एवं आत्मानुभूति की साकारता ही सत्य है। टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
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{{जैन धर्म}}
'''सत्य''' (truth) के अलग-अलग सन्दर्भों में एवं अलग-अलग सिद्धान्तों में सर्वथा भिन्न-भिन्न अर्थ
= सत्य का महत्व =
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