"प्रयागराज": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 52:
 
== नामकरण ==
शहर का प्राचीन नाम '<nowiki/>'''प्रयाग'''<nowiki/>' या ''''प्रयागराज'''<nowiki/>' है। [[हिन्दू]] मान्यता है कि, सृष्टिकर्ता भगवान [[ब्रह्मा]] ने सृष्टि कार्य पूर्ण होने के बाद सबसे प्रथम [[यज्ञ]] यहां किया था।<ref>{{Cite web|url=https://hindi.timesnownews.com/spiritual/article/what-is-the-meaning-of-prayagraj-new-name-of-allahabad-city-how-is-brahma-connected/300287|title=क्या है प्रयागराज का मतलब? सृष्टि की रचना के बाद जहां ब्रह्मा ने सबसे पहले संपन्न किया था यज्ञ|website=[[Times Now]]|author=टाइम्स नाउ डिजिटल|language=hi|access-date=12 February 2019|archive-url=https://web.archive.org/web/20190213005748/https://hindi.timesnownews.com/spiritual/article/what-is-the-meaning-of-prayagraj-new-name-of-allahabad-city-how-is-brahma-connected/300287|archive-date=13 February 2019|dead-url=no|df=dmy-all}}</ref> इसी प्रथम यज्ञ के 'प्र' और 'याग' अर्थात यज्ञ की [[सन्धि (व्याकरण)|सन्धि]] द्वारा प्रयाग नाम बना। [[ऋग्वेद]] और कुछ पुराणों में भी इस स्थान का उल्लेख 'प्रयाग' के रूप में किया गया है।<ref>{{Cite web|url=https://www.indiatoday.in/india/story/yogi-adityanath-takes-allahabad-to-prayagraj-after-443-years-a-recap-of-history-1368216-2018-10-15|title=Yogi Adityanath takes Allahabad to Prayagraj after 443 years: A recap of History|website=[[India Today]]|author=India Today Web Desk|date=15 October 2018|access-date=12 February 2019|archive-url=https://web.archive.org/web/20190213011029/https://www.indiatoday.in/india/story/yogi-adityanath-takes-allahabad-to-prayagraj-after-443-years-a-recap-of-history-1368216-2018-10-15|archive-date=13 February 2019|dead-url=no|df=dmy-all}}</ref> हिन्दी भाषा में प्रयाग का शाब्दिक अर्थ "नदियों का संगम" भी है - यहीं पर [[गंगा नदी|गंगा]], [[यमुना नदी|यमुना]] और [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] नदियों का संगम होता है। अक्सर "[[पंच प्रयाग|पांच प्रयागों]] का राजा" कहलाने के कारण इस नगर को प्रयागराज भी कहा जाता रहा है।<ref>{{Cite web|url=https://www.timesnownews.com/videos/news/india/what-does-prayagraj-actually-mean-times-now-exclusive/12779|title=What does 'Prayagraj' actually mean?|website=[[Times Now]]|author=Akrita Reyar|date=17 October 2018|access-date=12 February 2019|archive-url=https://web.archive.org/web/20190213005706/https://www.timesnownews.com/videos/news/india/what-does-prayagraj-actually-mean-times-now-exclusive/12779|archive-date=13 February 2019|dead-url=no|df=dmy-all}}</ref>
 
[[मुगल काल]] में, यह कहा जाता है कि मुगल सम्राट [[अकबर]] जब १५७५ में इस क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, तो इस स्थल की सामरिक स्थिति से वह इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने यहाँ [[इलाहाबाद किला|एक किले]] का निर्माण करने का आदेश दे दिया, और १५८४ के बाद से इसका नाम बदलकर 'इलाहबास' या "ईश्वर का निवास" कर दिया, जो बाद में बदलकर ''''इलाहाबाद'''<nowiki/>' हो गया। इस नाम के बारे में, हालांकि, कई अन्य विचार भी मौजूद हैं। आसपास के लोगों द्वारा इसे 'अलाहबास' कहने के कारण, कुछ लोगों ने इस विचार पर जोर दिया है कि इसका नाम [[आल्ह-खण्ड]] की कहानी के नायक [[आल्हा]] के नाम पर पड़ा था।<ref name="Univ">{{cite book|title=University of Allahabad Studies|publisher=[[University of Allahabad]]|year=1962|page=8}}</ref> १८०० के शुरुआती दिनों में ब्रिटिश कलाकार तथा लेखक जेम्स फोर्ब्स ने दावा किया था कि [[अक्षय वट]] के पेड़ को नष्ट करने में विफल रहने के बाद [[जहांगीर]] द्वारा इसका नाम बदलकर 'इलाहाबाद' या "भगवान का निवास" कर दिया गया था। हालाँकि, यह नाम उससे पहले का है, क्योंकि इलाहबास और इलाहाबाद - दोनों ही नामों का उल्लेख अकबर के शासनकाल से ही शहर में अंकित सिक्कों पर होता रहा है, जिनमें से बाद वाला नाम सम्राट की मृत्यु के बाद प्रमुख हो गया। यह भी माना जाता है कि इलाहाबाद नाम [[अल्लाह]] के नाम पर नहीं, बल्कि इल्हा (देवताओं) के नाम पर रखा गया है। शालिग्राम श्रीवास्तव ने प्रयाग प्रदीप में दावा किया कि नाम अकबर द्वारा जानबूझकर हिंदू ("इलाहा") और मुस्लिम ("अल्लाह") शब्दों के एकसमान होने के कारण दिया गया था।<ref name="Kumbh67">{{cite book|url=https://books.google.com/books?id=MALacgnsroMC&pg=PA67|title=Pilgrimage and Power: The Kumbh Mela in Allahabad, 1765–1954|page=67|publisher=Oxford University Press|author=Kama Maclean|year=2008}}</ref>
 
१९४७ में [[भारत की स्वतन्त्रता]] के बाद कई बार [[उत्तर प्रदेश]] की [[भारतीय जनता पार्टी]] की अगुवाई वाली सरकारों द्वारा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने के प्रयास किए गए। १९९२ में इसका नाम बदलने की योजना तब विफल हो गयी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री [[कल्याण सिंह]] को [[बाबरी मस्जिद विध्वंस|बाबरी मस्जिद विध्वंस प्रकरण]] के बाद अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। २००१ में तत्कालीन मुख्यमंत्री [[राजनाथ सिंह]] की सरकार के नेतृत्व में एक और बार नाम बदलने का प्रयास हुआ, जो अधूरा रह गया।<ref name="Kumbh672">{{cite book|url=https://books.google.com/books?id=MALacgnsroMC&pg=PA67|title=Pilgrimage and Power: The Kumbh Mela in Allahabad, 1765–1954|author=Kama Maclean|publisher=Oxford University Press|year=2008|page=67}}</ref> २०१८ में नगर का नाम बदलने का प्रयास आखिरकार सफल हो गया, जब १६ अक्टूबर २०१८ [[योगी आदित्यनाथ]] के नेतृत्व वाली सरकार ने आधिकारिक तौर पर इसका नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया।<ref>{{cite news|url=https://www.indiatoday.in/india/story/allahabad-renamed-prayagraj-1368913-2018-10-16|title=Allahabad to Prayagraj: UP cabinet okays name change|work=India Today|language=en|access-date=16 October 2018|archive-url=https://web.archive.org/web/20181016165043/https://www.indiatoday.in/india/story/allahabad-renamed-prayagraj-1368913-2018-10-16|archive-date=16 October 2018|dead-url=no|df=dmy-all}}</ref><ref>{{cite news|url=https://www.ndtv.com/allahabad-news/up-government-issues-notification-renaming-allahabad-to-prayagraj-1935038|title=UP Government Issues Notification Renaming Allahabad To Prayagraj|work=NDTV.com|accessdate=24 October 2018|archive-url=https://web.archive.org/web/20181021151149/https://www.ndtv.com/allahabad-news/up-government-issues-notification-renaming-allahabad-to-prayagraj-1935038|archive-date=21 October 2018|dead-url=no|df=dmy-all}}</ref>
पंक्ति 72:
 
== भूगोल ==
[[चित्र:Allahabad_surroundingsAllahabad surroundings.png|thumb|300px|इलाहाबाद के निकटवर्ती क्षेत्र]]
इलाहाबाद(प्रयाग-राज) की भौगोलिक स्थिति {{Coord|25.45|N|81.84|E|}} [[उत्तर प्रदेश]] के दक्षिणी भाग में 98&nbsp;मीटर (322&nbsp;फ़ीट) पर [[गंगा]] और [[यमुना]] नदियों के संगम पर स्थित है। यह क्षेत्र प्राचीन वत्स देश कहलाता था। इसके दक्षिण-पूर्व में [[बुंदेलखंड]] क्षेत्र है, उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में [[अवध]] क्षेत्र एवं इसके पश्चिम में निचला [[दोआब]] क्षेत्र। इलाहाबाद भौगोलिक एवं संस्कृतिक दृष्टि, दोनों से ही महत्त्वपूर्ण रहा है। गंगा-[[जमुनी]] दोआब क्षेत्र के खास भाग में स्थित ये यमुना नदी का अंतिम पड़ाव है। दोनों नदियों के बीच की दोआब भूमि शेष दोआब क्षेत्र की भांति ही उपजाउ किंतु कम नमी वाली है, जो [[गेहूं]] की खेती के लिये उपयुक्त होती है। जिले के गैर-दोआबी क्षेत्र, जो दक्षिणी एवं पूर्वी ओर स्थित हैं, निकटवर्ती [[बुंदेलखंड]] एवं [[बघेलखंड]] के समान शुष्क एवं पथरीले हैं। [[भारत]] की नाभि [[जबलपुर]] से निकलने वाली भारतीय अक्षांश रेखा जबलपुर से {{convert|343|km|abbr=on}} उत्तर में इलाहाबाद से निकलती है।
=== [[इलाहाबाद मंडल]] का पुनर्संगठन ===
पंक्ति 538:
=== रेलसेवा ===
[[भारतीय रेल]] द्वारा जुड़ा हुआ, इलाहाबाद(प्रयाग-राज) जंक्शन [[उत्तर मध्य रेलवे (भारत)|उत्तर मध्य रेलवे]] का मुख्यालय है। ये अन्य प्रधान शहरों जैसे [[कोलकाता]], [[दिल्ली]], [[मुंबई]], [[चेन्नई]], हैदराबाद, [[इंदौर]], [[लखनऊ]], [[छपरा]], [[पटना]], [[भोपाल]], [[ग्वालियर]],[[जौनपुर]], [[जबलपुर]], [[बंगलुरु]] [[जयपुर]] एवं [[कानपुर]] से भली भांति जुड़ा हुआ है। कुछ अन्य शहरों जैसे [[बांदा]],[[फतेहपुर]] आदि से जुड़ा हुआ है।
[[Fileचित्र:Allahabad Junctionx.jpg|thumb|Allahabad Junction]]
शहर में 11 रेलवे-स्टेशन हैं:
* [[ इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन]]