"वल्लभ भाई पटेल": अवतरणों में अंतर
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Content deleted Content added
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
Sachin96700 (वार्ता | योगदान) टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 93:
{{मुख्य|स्टैच्यू ऑफ यूनिटी}}
इसकी ऊँचाई 240 मीटर है, जिसमें 58 मीटर का आधार है। मूर्ति की ऊँचाई 182 मीटर है, जो स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी से लगभग दोगुनी ऊँची है।
31 अक्टूबर 2013 को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 137वीं जयंती के मौके पर गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री [[नरेन्द्र मोदी]] ने गुजरात के [[नर्मदा जिला|नर्मदा जिले]] में सरदार वल्लभ भाई पटेल के एक नए स्मारक का शिलान्यास किया। यहाँ लौह से निर्मित सरदार वल्लभ भाई पटेल की एक विशाल प्रतिमा लगाने का निश्चय किया गया, अतः इस स्मारक का नाम 'एकता की मूर्ति' ([[स्टैच्यू ऑफ यूनिटी]]) रखा गया है।<ref>{{cite web|url=https://theprint.in/opinion/even-if-statue-of-unity-becomes-as-famous-as-taj-mahal-we-need-120-years-to-break-even/142596/|title=Even if Statue of Unity becomes as famous as Taj Mahal, we may need 120 years to break even}}</ref> प्रस्तावित प्रतिमा को एक छोटे चट्टानी द्वीप 'साधू बेट' पर स्थापित किया गया है जो
2018 में तैयार इस प्रतिमा को प्रधानमंत्री मोदी जी ने 31 अक्टूबर 2018 को राष्ट्र को समर्पित किया। यह प्रतिमा 5 वर्षों में लगभग 3000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है। <ref>{{cite news|url=http://aajtak.intoday.in/story/amidst-politics-over-sardar-patel-legacy-narendra-modi-to-lay-foundation-stone-of-statue-of-unity-1-745954.html |title=सरदार पटेल की विरासत पर विवाद के बीच आज 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की नींव रखेंगे नरेंद्र मोदी |publisher=आज तक |date=31 अक्टूबर 2013 |accessdate=}}</ref>
|