"जाट": अवतरणों में अंतर
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Content deleted Content added
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 71:
==गौत्र पद्धति==
जाट लोग विभिन्न गोत्रों में विभक्त हैं जिनमें से कुछ गौत्र एक दूसरे पर अधिव्यापित होती हैं।<ref>{{cite book |first=जे॰ए॰ |last=मार्शल |title=Guide to Taxila |trans-title=तक्षिला का मार्गदर्शन |publisher=कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस |year=1960 |page=24|language=अंग्रेज़ी}}</ref>
==भारत के प्रमुख जाट राजवंश==
*भारत के प्रमुख जाट गणराज्य यौधेय,शिवि,कठ,मालव,दहिया,अर्जुनायन,कुनिद,पोरस
नागवंश आज वर्तमान में जाट जाति में सम्मलित है।
*गुप्त वंश-गुप्त साम्राज्य के संस्थापक धारण जाट थे। चंद्रगोमिनी और मरुकल्प के अनुसार गुप्त वंश जाट थे।
*थानेस्वर का जाट वंश
*मालवा का औलिकर वारिक वंश
*दिल्ली का तोमर वंश
*अजमेर का चौहान वंश
*सोरो का सोलंकी वंश
*नागौर का नागवंशी जाट राजा
*किनसरिया का दहिया राजवंश
*राजस्थान के जाट गणराज्य
*सारण (सारणौटी) रियासत में 360 गाँव आते इसकी राजधानी भाडंग थी। राजा पूलाजी सारण इनके अंतिम राजा थे राज्य के प्रमुख गांव खेजड़ा , फोगां , धीरवास , भाडंग , सिरसला , बुच्चावास , सवाई, पूलासर, हरदेसर, कालूसर, बन्धनाऊ , गाजूसर, सारायण, उदासर
*पूनियावाटी (पूनिया पट्टी) इसके अधीन भी 360 गाँव थे।इसकी राजधानी बड़ी लूदी थी। राजा कान्हाजी पूनिया अंतिम राजा थे। इस राज्य में लूदी, झांसल, मरौडा, अजीतपुर प्रमुख गांव थे।
*बेनीवाल पट्टी इसके अधीन 360 गाँव आते थे।इसकी राजधानी रायसलाना (रस्लान)थी। राजा रायसलजी बेनीवाल इनके राजा थे।इसके प्रमुख गाँव भूखरका , सुन्दरी, सोनडी, मनोहरपुरा, कूई, बाय थे।
*भुरूपाल के जोहिया के अधिन 600गांव थे। इनकी राजधानी भुरूपाल थी। भुरूपाल का अंतिम राजा शेरसिंह था इस राज्य के प्रमुख गाँव जैतपुर,कुमाना महाजन,पीपासर,उदासर थे।
*स्यागोटी राज्य सिहाग गोत्र के जाटों का राज्य था इनके अधीन 160 गाँव थे इनकी राजधानी सूंई (लूणकरणसर)थी। इनका अंतिम राजा चोखासिंह सिहाग था।यह बड़ा दयालु था।इनकी दयालुता के लिए एक कहावत प्रचलित है-
सियागां मैं सम्प घणों, दूजी जात न जोड़
सियाग चोखै दान दियो, छपन लाख करोड़
इस राज्य के प्रमुख गाँव पल्लू, दांदूसर, बीरमसर, गन्धेली, रावतसर थे।
*गोदारा पट्टी राज्य में 360 गाँव आते थे।इनकी राजधानी लादड़िया (शेखसर) थी। इनका अंतिम राजा पाण्डुजी गोदारा था। इस राज्य के प्रमुख गाँव पून्दलीसर, गुसाईंसर , शेखसर, रासीसर थे।
*सिवानी के राज्य के अधीन 160 ग्राम थे। इनकी राजधानी सिवानी थी। इनके राजा का नाम नरसिंह तोमर(जाट) था।
==सन्दर्भ==
|