"जाट": अवतरणों में अंतर
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=== वर्ण स्थिति ===
स्रोतों के अनुसार कुछ गाँवों में जाट को [[क्षत्रिय]] माना जाता है।<ref>{{Cite book|title=From hierarchy to stratification: changing patterns of social inequality in … |last=मिलर |first=डी॰बी॰ |year=1975 |publisher=ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटि प्रेस |isbn= |page= 64|url=http://books.google.com/books?ei=zTWdS7mmDIOUlAS-9fGtCQ&cd=7&id=K98EAAAAMAAJ&dq=jat+kshatriya&q=Jat+kshatriya#search_anchor |language=अंग्रेज़ी}}</ref> मुगलों व अंग्रेज़ों से युद्ध में संघर्ष के कारण जाट समुदाय बिखर गया व उनकी आर्थिक स्थिति राजपूतों के बराबरी की नहीं रह पायी जिसके कारण जाट जाति को राजपूतों द्वारा क्षत्रिय वर्ण में न माने जाने से दोनों समुदायों में हिंसक घटनायें घटित हुई।<ref>{{cite book |title=The Cat and the Lion: Jaipur State in the British Raj |trans-title= बिल्ली और शेर: ब्रितानी राज में जयपुर राज्य |first=रोबर्ट डब्ल्यू॰ |last=स्टेर्न |publisher=ब्रिल्ल |location=लीडेन |year=1988 |isbn=9789004082830 |page=287 |url=http://books.google.co.uk/books?id=NK1MhWq-9VkC&pg=PA287 |language=अंग्रेज़ी}}</ref> उस समय आर्य समाज द्वारा यह दावा किया गया कि जाट भारत-
==गौत्र पद्धति==
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