"ऋग्वेद": अवतरणों में अंतर

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* ऋग्वेद के [[नासदीय सूक्त]] में [[निर्गुण ब्रह्म]] का वर्णन है।
* इस वेद में [[आर्य|आर्यों]] के निवास स्थल के लिए सर्वत्र 'सप्त सिन्धवः' शब्द का प्रयोग हुआ है।
* इसमें कुछ अनार्यों जैसे - कीकातास, पिसाकास, सीमियां आदि के नामों का उल्लेख हुआ है। इसमें अनार्यों के लिए 'अव्रत' (व्रतों का पालन न करने वाला), 'मृद्धवाच' (अस्पष्ट वाणी बोलने वाला), 'अनास' (चपटी नाक वाले) कहा गया है।
* इस वेद लगभग २५ [[नदी|नदियों]] का उल्लेख किया गया है जिनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण नदी [[सिन्धु नदी|सिन्धु]] का वर्णन अधिक है।सर्वाधिक पवित्र नदी [[सरस्वती नदी|सरस्वती]] को माना गया है तथा सरस्वती का उल्लेख भी कई बार हुआ है। इसमें [[गंगा]] का प्रयोग एक बार तथा [[यमुना]] का प्रयोग तीन बार हुआ है।
* ऋग्वेद में [[राजा]] का पद वंशानुगत होता था। ऋग्वेद में सूत, रथकार तथा कर्मार नामों का उल्लेख हुआ है, जो [[राज्याभिषेक]] के समय पर उपस्थित रहते थे। इन सभी की संख्या राजा को मिलाकर १२ थी।