"अल अहसा मरूद्यान": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
(ProveIt की सहायता से) |
No edit summary |
||
पंक्ति 17:
== इतिहास ==
अल-अहसा प्रागैतिहासिक काल से बसा हुआ है, क्योंकि एक अन्यथा शुष्क क्षेत्र में यहा पानी की विपुलता है। इस क्षेत्र में प्राकृतिक ताजे पानी के झरने उग आए हैं। प्रागैतिहासिक काल से मानव आवास और कृषि प्रयासों (विशेष रूप से खजूर की खेती) को सहस्राब्दियों से प्रोत्साहित किया गया है। १५५० में, अल-अहसा और पास का क़तीफ़ प्रदेश [[उस्मानी साम्राज्य]] के सुल्तान [[सुलेमान प्रथम]] के साम्राज्य में आए। १६७० में अल-अहसा से उस्मानी साम्राज्य को निष्कासित कर दिया गया और यह क्षेत्र [[बनी खालिद]] जनजाति के प्रमुखों के शासन में आ गया।
== अर्थव्यवस्था ==
ऐतिहासिक रूप से, अल-हस्सा अरब प्रायद्वीप में चावल उगाने वाले कुछ क्षेत्रों में से एक था। सन् १९३८ में [[दम्माम]] के पास पेट्रोलियम भंडार की खोज की गई, जिसके परिणामस्वरूप इस क्षेत्र का तेजी से आधुनिकीकरण हुआ। १९६० के दशक की शुरुआत में, उत्पादन स्तर १ मिलियन बैरल (१६०,००० मी क्यू) प्रति दिन तक पहुंच गया। आज, अल-अहसा में दुनिया का सबसे बड़ा पारंपरिक तेल क्षेत्र, घावर फील्ड है। अल-अहसा अपने खजूर के पेड़ और खजूर के लिए जाना जाता है। अल-अहसा में २ मिलियन से अधिक ताड़ के पेड़ हैं जो हर साल १०० हजार टन से अधिक खजूर का उत्पादन करते हैं। अल-अहसा सिलाई में अपने उच्च कौशल के लिए ऐतिहासिक रूप से जाना जाता है, विशेष रूप से बिश्ट बनाने में।
== मौसम ==
|