"अर्जुन": अवतरणों में अंतर

Arjuna was Nara in previous birth(not swedeja). Removed fake story
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→‎द्रौपदी: Karna was failed in syamwara
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=== द्रौपदी ===
महर्षि [[वेदव्यास]] के कहने पर [[पाण्डव]] माता कुन्ती के साथ [[पांचाल]] चले गए जहाँ राजा द्रुपद की कन्या [[द्रौपदी]] का स्वयंवर रखा गया था। अर्जुन वहाँ ब्राह्मण के भेस में गया और देखा कि महा सभा लगी है, पूरे भारत से राजकुमार आए हैं परन्तु कोई भी लक्ष्य भेद नहीं पा रहा था व राधेय कर्ण जब यह लक्ष्य भेद करने वाले थे तब ही द्रौपदी ने उन्हें रोक दिया। इस लक्ष्य को केवल तीन पुरूष ही साध सकते थे। ,अर्जुन और कर्ण के अतिरिक्त स्वयं वासुदेव श्रीकृष्ण यह करने में सक्षम थे। तब अर्जुन ने लक्ष्य भेदन कर द्रौपदी को जीता था। द्रौपदी से इनका पुत्र श्रुतकर्मा हुअा जिसे [[अश्वत्थामा]] ने मारा।
[[चित्र:The Swayamvara of Panchala's princess, Draupadi.jpg|thumb|लक्ष्यभेदन करते हुए अर्जुन]]