"फ़िलिस्तीनी राज्यक्षेत्र": अवतरणों में अंतर

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तीसरी सहस्ताब्दि में यह प्रदेश [[बेबीलोन]] और [[मिस्र]] के बीच व्यापार के लिहाज से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनकर उभरा। फिलीस्तीन क्षेत्र पर दूसरी सहस्त्राब्दि में मिस्रियों तथा हिक्सोसों का राज्यथा। लगभग इसा पूर्व १२०० में हजरत [[मूसा]] ने यहूदियों को अपने नेतृत्व में लेकर मिस्र से फिलीस्तीन की तरफ़ कूच किया। हिब्रू (यहूदी) लोगों पर फिलिस्तीनियों का राज था। पर सन् १००० में इब्रानियों (हिब्रू, यहूदी) ने दो राज्यों की स्थापना की (अधिक जानकारी के लिए देखें - [[यहूदी इतिहास]]) - इसरायल और जुडाया। ईसापूर्व ७०० तक इनपर बेबीलोन क्षेत्र के राज्यों का अधिकार हो गया। इस दौरान यहूदियों को यहाँ से बाहर भेजा गया। ईसापूर्व ५५० के आसपास जब यहाँ फ़ारस के [[फारसी साम्राज्य|हख़ामनी शासकों]] का अधिकार हो गया तो उन्होंने यहूदियों को वापस अपने प्रदेशों में लौटने की इजाजत दे दी। इस दौरान यहूदी धर्म पर [[पारसी धर्म|जरथुस्त]] धर्म का प्रभाव पड़ा।
 
[[सिकन्दर]] के आक्रमण (३३२ ईसापूर्व) तक तो स्थिति शांतिपूर्ण रही पर उसके बाद [[रोमन साम्राज्य|रोमनों]] के शासन में यहाँ दो विद्रोह हुए - सन् ६६ और सन् १३२ में। दोनों विद्रोहों को दबा दिया गया। अरबों का शासन सन् ६३६ में आया। इसके बाद यहाँ अरबों का प्रभुत्व बढ़ता गया। इस क्षेत्र में यहूदी, मुस्लिम और ईसाई तीनों आबादी रहती थी। १५१७ में तुर्कों का शासन था
 
== पार्सि शासन (५३८ ई.पू.) ==