"कर्म योग": अवतरणों में अंतर

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{{सन्दूक हिन्दू धर्म}}
'''कर्म योग''' अर्थात कर्म में लीन होना। ''योगा कर्मो किशलयाम'', अर्थातयोग: कर्मकर्मसु में लीन होना।कौशलम्।
योग: कर्मसु कौशलम्।
 
== कर्मयोग क्या है<ref>http://vishwahindusamaj.com/karmayoga.htm</ref> ==