'''विकासात्मक मनोविज्ञान''' (डेवलपमेन्तल साइक्लोजी) एक वैज्ञानिक अध्ययन है जो मनुष्य के जीवन मेमें हो रहे परिवर्तन के बारे मेमें बताता है। मूल रूप से यह शिशुओं और बच्चोबच्चों से संबंध रखता है पर इस क्षेत्र मे किशोरावस्था, वयस्क विकास, उम्र बढ़ने और पूरे जीवनकाल को भी लिया गया है। विकासात्मक मनोविज्ञान के तीन लक्षय हैं- विकासात्मक को वर्णन करना, समझाना और अनुकूलन करना। [[एरिक एरिक्सन]] एक प्रभाविक मनोविज्ञानी हैं जिन्होंने [[ऐरिक्सन का मनोसामाजिक विकास सिद्धान्त|मनोसमाजिक विकास]] के बारे मेमें अध्ययन किया है। [[सिगमंड फ्रायड]] दूसरे प्रसिदध विकासात्मक ममनोविज्ञानी हैं जिन्होंने मनोसामाजिक विकास के बारे मेमें अध्ययन किया था। मानव जीवन का मनोवैज्ञानिक विकास पर चर्चा करने के लिए एरिक एरिकस ने मनोसामाजिक विकास के अपने चरणों का प्रसतावप्रस्ताव दिया। विकासात्मक मनोविज्ञान, [[मनोविज्ञान]] की शाखा मानी जाती है।