"निम्बार्काचार्य": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
स्वामी अमित (वार्ता | योगदान) टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
स्वामी अमित (वार्ता | योगदान) टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 40:
* प्रातःस्मरणस्तोत्रम् ।
निम्बार्क के इन्ही ग्रन्थों पर [[द्वैताद्वैत]] सम्प्रदाय की नींव स्थिर है। इन ग्रन्थों में से प्रतिपत्तिचिन्तामणि, गीतावाक्यार्थ, और सदाचारप्रकाश, प्रायः अनुपलब्ध हैं। 'प्रपत्तिचिन्तामणि' तथा 'सदाचार प्रकाश' - इन दो ग्रन्थों का उल्लेख 'वेदान्त-रत्न-मञ्जूषा' में श्री पुरूषोत्तम आचार्य ने किया
== इन्हें भी देखें==
|