"जेवर": अवतरणों में अंतर

जीवन और उसके अंतर्गत कुछ मशहूर लोगों का इतिहास
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जी और का पुराना जिला और जेवर किस मंडल में आता है।
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जेवर शहर का नामकरण प्रसिद्ध ऋषि के नाम पर हुआ ।जेवर से 1 किलोमीटर की दूरी पर महर्षि जावल ऋषि का आश्रम मौजूद है जहां पर उन्होंने तपस्या की थी। इसी इसी कारण इस शहर का नाम जेवर पड़ गया।
 
यह शहर पहले जिला बुलंदशहर के अंतर्गत आता था लेकिन यूपी की मुख्यमंत्री माननीय मायावती जी के नए जिले गौतम बुध नगर के निर्माण हो जाने पर यह शहर गौतम बुध नगर का आखरी शहर बन गया ।यह शहर एक आखरी बिंदु का कार्य करता है। इस शहर यह शहर मेरठ मंडल के अंतर्गत आता है ।यह शहर मेरठ मंडल का आखिरी शहर है ।इसके बाद आगरा मंडल लग जाता है ।यह शहर यूपी का आखरी शहर है । क्योंकि इसके 14 किलोमीटर दूर यूपी हरियाणा का बॉर्डर है।
 
जेवर शहर पर मैना मेवाड़ीओं का राज राज था।जो शहर के लोगों पर बहुत अत्याचार किया करते थे। उनका अत्याचार इस कदर बढ़ गया था कि अगर कोई बारात जेवर आती थी तो नई दुल्हन को एक रात उनके यहां बितानी पड़ती थी।
"https://hi.wikipedia.org/wiki/जेवर" से प्राप्त