"गामा किरण": अवतरणों में अंतर

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{{नाभिकीय भौतिकी}}
 
'''गामा किरण''' ('''γ'''-किरण) एक प्रकार का [[विद्युत चुम्बकीय विकिरण]] या [[फोटॉन]] हैं, जो परमाणु-नाभिक के [[रेडियोसक्रिय क्षय]] से उत्पन्न होता है। गामा किरणों के फोटॉनों की [[ऊर्जा]] अब तक प्रेक्षित अन्य सभी फोटॉनों की [[ऊर्जा]] से अधिक होती है। सन १९०० में फ्रांस के भौतिकशास्त्री Paul ulrich villard ने इसकी खोज की थी जब वे [[रेडियम]] से निकलने वाले विकिरण का अध्ययन कर रहे थे। गामा किरणे का नाम रदरफोड॔ ने दिया था |
 
जब परमाणु का नाभिक एक उच्च ऊर्जा स्तर से निम्न ऊर्जा स्तर पर क्ष्यित होता है तो इस प्रक्रिया में गामा किरणें निकली हैं। इस प्रक्रिया को गामा-क्षय (gamma decay) कहा जाता है।
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== गुणधर्म ==
इसका भेदन क्षमता अल्फा तथा बीटा किरणों के मुकाबले अधिक होता है
ये किरणें गैस को आयनीकृत कर देती हैं।
सबसे अधिक क्षमता वाला किरण है।।
 
== शील्डिंग ==