"हैदराबाद": अवतरणों में अंतर

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१७२४ में असफ़ जाह प्रथम, जिसे मुगल सम्राट ने "निज़ाम-उल-मुल्क" का खिताब दिया था, ने एक विरोधी अधिकारी को हैदराबाद पर अधिकार स्थापित करने में हरा दिया। इस तरह आसफ़ जाह राजवंश का प्रारंभ हुआ, जिसने हैदराबाद पर भारत की अंग्रेजों से स्वतंत्रता के एक साल बाद तक शासन किया। आसफ़ जाह के उत्तराधिकारीयों ने [[हैदराबाद]] पर राज्य किया, वे [[हैदराबाद के निज़ाम|निज़ाम]] कहलाते थे। इन सात निजामों के राज्य में हैदराबाद सांस्कृतिक और आर्थिक दोनों भांति विकसित हुआ। हैदराबाद राज्य की आधिकारिक राजधानी बन गया और पुरानी राजधानी गोलकुंडा छोड़ दी गयी। बड़े बड़े जलाशय जैसे कि [[निज़ाम सागर]], तुंगबाद्र, ओसमान सागर, हिमायत सागर और भी कई बनाये गये। नागार्जुन सागर के लिये सर्वे भी इसी समय शुरु किया गया, जिसे भारत सरकार ने १९६९ में पूरा किया। हैदराबाद के लगभग सभी प्रमुख सार्वजनिक इमारतों और संस्थानों, जैसे [[उस्मानिया जनरल अस्पताल]], हैदराबाद उच्च न्यायालय, जुबली हॉल, [[गवर्नमेंट निज़ामिआ जनरल हॉस्पिटल]], मोजाम जाही बाजार, कचिगुडा रेलवे स्टेशन, असफिया लाइब्रेरी (राज्य केंद्रीय पुस्तकालय), [[निज़ाम शुगर फैक्ट्री]], टाउन हॉल (असेंबली हॉल), हैदराबाद संग्रहालय अब राज्य संग्रहालय के रूप में जाना जाता है और कई अन्य स्मारक इस शासनकाल के दौरान बनाए गए थे।<ref>[https://www.livemint.com/Politics/45tpr4Hlxyc5g51QtwjuKJ/100-years-of-Osmania-University-the-hub-of-Telangana-agitat.html 100 years of Osmania University, the hub of Telangana agitation]</ref><ref>https://www.thenewsminute.com/article/once-pride-nizam-hyderabads-iconic-osmania-hospital-now-lies-shambles-56184</ref>
 
जब १९४७ में भारत स्वतंत्र हुआ, ब्रिटिश शासन से हुई शर्तों के तहत हैदराबाद ने; जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल और '[[निज़ाम]]' कर रहे थे, स्वतंत्र होने को चुना, एक मुक्त शासक की भांति या ब्रिटिश साम्राज्य की रियासत की भाँतिभांति भारत ने हैदराबाद पर आर्थिक नाकाबंदी लगा दी।<ref>{{cite web|url=http://www.bbc.com/hindi/india/2013/07/130731_hydrabad_liberation_rf|title=कैसे बना हैदराबाद भारत का हिस्सा!}}</ref> परिणामतः हैरदराबाद राज्य को एक विराम समझौता करना पड़ा | भारत की स्वतंत्रता के करीब एक साल बाद, १७ सितम्बर १९४८ के दिन [[निज़ाम]] ने अधिमिलन प्रपत्र पर हस्ताक्षर किये। १ नवम्बर १९५६ को भारत का भाषायी आधार पर पुर्नसंगठन किया गया। [[हैदराबाद स्टेट]] के प्रदेश नये बने [[आन्ध्र प्रदेश]], मुंबई (बाद में [[महाराष्ट्र]]) और [[कर्नाटक]] राज्यों में तेलुगुभाषी लोगों के अनुसार बाँट दिये गये। इस तरह हैदराबाद नए बने राज्य [[आंध्र प्रदेश]] की राजधानी बना। <ref name=vebduniya>{{cite web | last = शर्मा | first = गायत्री | authorlink = | title = निजामों का शहर - हैदराबाद| language = | url = http://hindi.webdunia.com/entertainment/tourism/deshvidesh/0901/03/1090103078_1.htm| accessdate = 8 अगस्त 2014}}</ref>
 
== भूगोल और पर्यावरण ==