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पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका
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पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका
== ईंटा भ_ा संचालन की प्रक्रिया पर नही लगा विराम ==
एआईजीजीपीए में ‘‘असरदार परिवर्तन-टिकाऊ परिणाम’’ व्याख्यान माला
कोयला तस्करी को बढ़वा दे रहे भ_ा संचालक
सीधी 08 दिसम्बर 2019
सिंगरौली। एनजीटी के निर्देशो के बाद भी जहां जिले में मृदा से ईट बनाने का कारोवार फलफूल रहा है वहीं ईटा भ_ा संचालको द्वारा कोयले के अवैध कारोवार को बढ़ावा देने का क्रम जारी है। जानकारी के अनुसार पर्यावरणीय समस्याओं को देखते हुए मृदा से ईटा बनाने के कारोवार पर एनजीटी द्वारा रोक लगाई गई है बाद इसके भी जिले में मृदा से ईटा बनाने का कारोवार बड़ी तेजी से फल फूल रहा है।
पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एआईजीजीपीए) में व्याख्यान माला ‘‘असरदार परिवर्तन-टिकाऊ परिणाम’’ में ष्मीडिया और पर्यावरणष् विषय पर विचार करते हुए वरिष्ठ पत्रकार की अभिलाष खाण्डेकर ने यह बात कही।
चोरी का कोयला होता है उपयोग
श्री खाण्डेकर ने कहा कि कुछ हद तक तो मीडिया पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रहा है, लेकिन इसको और प्रभावी बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मीडिया लगातार नदी संरक्षण, वाइल्ड लाइफ, बायो-डायवर्सिटी और जल संरक्षण की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
जिले में जहां रोक के बाद भी मृदा से ईटा बनाने का कारोवार फल फूल रहा है वहीं इस कारोवार से जुड़े कारोवारी कोयला तस्करी को भी प्रश्रय दे रहे हैं। सूत्रो के अनुसार अवैध रूप से संचालित इस कारोवार में चोरी का कोयला उपयोग किया जाता है जिसके चलते अवैध कोयले का कारोवार भी फल फूल रहा है।
संस्थान के महानिदेशक श्री आर. परशुराम ने कहा कि केरल की साइलेंट वैली से लेकर चिपको और नर्मदा बचाओ आंदोलन तक में मीडिया का नागरिकों में आम सहमति बनाने में अहम रोल रहा है। उन्होंने कहा कि मीडिया पर्यावरण संबंधी समस्याओं को आसानी से समाज के सामने रख सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रो के साथ शहरी क्षेत्रो में भी
व्याख्यान माला में प्रमुख सलाहकार श्री गिरीश शर्मा और मंगेश त्यागी सहित संस्थान का स्टाफ उपस्थित था।
अवैध ईटा भ_ा का कारोवार जहां ग्रामीण अंचलो में फल फूल रहा है वहीं शहरी क्षेत्र में भी ईटा भ_ा लगाने का यह गोरख धंधा कुछ कम नही है। शहरी आवादी वाले क्षेत्रो में भी मृदा से ईटा बनाने उसे पकाने फिर बेंचने का कारोवार सवाव में है तथा लोग बेधड़क इस कारोवार में संलिप्त है।
समाचार क्रमांक 105-2252
कोयला तस्करी के साथ प्रदूषण भी
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ईटा भ_ा के इस गोरख धंधे के कारण जहां कोयले की तस्करी का कारोवार फल फूल रहा है वहीं पर्यावरणीय प्रदूषण भी पूरे सवाव में है तथा कोयले के धुएं से वातावरण प्रदूषित हो रहा है। ऐसा भी नही है कि क्षेत्र में फल फूल रहे इन कारोवार से संबंधित विभागो के अधिकारी अनजान है पर यह सब कुछ जानते हुए भी अनजान होने का खेल.खेल रहे हैं विभागो के जिम्मेदार अधिकारी।
न्याय व्यवस्था में समानता लाना सबसे बड़ी चुनौती - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
 
मुख्यमंत्री द्वारा कॉन फाउंडेशन के सेमिनार का शुभारंभ
आवादी वाले क्षेत्रो में चल रहा ऐश ब्रिक का कारोवार फोटो 1
सीधी 08 दिसम्बर 2019
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने साधी चुप्पी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि आज के संदर्भ में मजबूत जन-तंत्र के लिए न्याय पालिका, कार्यपालिका और विधायिका में सुधार लाने की जरूरत है। सबको न्याय मिले, समय पर मिले, इसमें समानता हो, आज हमारे सामने यह सबसे बड़ी चुनौती है। मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश विधानसभा सभागार में कॉन्फेडरेशन ऑफ एल्युमिनी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी फाउंडेशन (कॉन) द्वारा आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे।
सिंगरौली। एक ओर जहां पर्यावरण प्रदूषण अंर्तराष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है तथा देश विदेश सभी जगह बुद्धजीवी इस इसमस्या का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत हैं वहीं सिगरौली जिले में प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में यह विभाग कितना सतर्क है इस बात का प्रमाण है आवादी वाले क्षेत्रो में धड़ल्ले से चल रहा है एश ब्रिक का कारोवार। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कई पावर प्लांट संचालित होने के कारण एश राख की प्रचूरता है तथा यह सुगमता से उपलब्ध भी है। इसी बात का लाभ लेते हुए जिले में खासतौर से शहरी क्षेत्रो में कई एश ब्रिक बनाने के कारखाने संचालित है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि हमारी मौजूदा व्यवस्था को हर क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के संदर्भ में देखना होगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता और समानता हमारे देश की एकता का आधार है, जिसे हम न्याय व्यवस्था के जरिए लोगों को उपलब्ध करवाते हैं। श्री कमल नाथ ने कहा कि पूरे विश्व में भारत जैसा कोई देश नहीं है और न ही भारत जैसा किसी देश का संविधान है। उन्होंने कहा कि जब भारत आजाद हुआ, तो संविधान बनाने की चुनौती थी। यह सबसे बड़ी चुनौती थी क्योंकि भारत विविधताओं का देश है। उत्तर से दक्षिण तक खाने और पहनावे में ही विविधताएं हैं। बोलियों और संस्कृतियों तथा रीति-रिवाजों में विविधता है। ऐसे देश के लिए एक संविधान बनाना चुनौतीपूर्ण काम था। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी संविधान से कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका अस्तित्व में आई और कानून का शासन जैसे मूल तत्व हमें मिले।
बस्तियों में चल रहा कारोवार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यह चुनौती है कि दुनिया में हो रहे परिवर्तनों के साथ हम कैसे चलें और कैसे उन्हें अपनाने में कामयाब हों। एक चुनौती यह भी है कि परिवर्तनों को देखते हुए किस प्रकार के सुधार कार्यपालिका और न्यायपलिका में करें। उन्होंने कहा कि हमारे पास उद्यमियों की सबसे बड़ी संख्या है। सबसे विशाल युवा मानव संसाधन है। अब से दस साल पहले ज्ञान और टेक्नोलॉजी तक युवाओं की पहुँच सीमित थीं। आज इंटरनेट की वजह से यह बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परिवर्तन को न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका को कैसे अपनाना चाहिए, यह चुनौती है।
निश्चित ही यदि राख सुगमता से मिलती है तो यह एक अच्छा कारोवार है और करना भी चाहिए लेकिन शहरी क्षेत्र के आवादी वाले स्थानो में क्या एश ब्रिक बनाने का कारखाना लगना उपयुक्त है। भले ही यह उपयुक्त हो या अनुपयुक्त लेकिन जिले के शहरी क्षेत्र में अच्छी खासी आवादी वाले क्षेत्र में यह कारोवार फल-फूल रहा है।
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि इस बात पर गहनता से विचार करना चाहिए कि आने वाले समय में न्याय पालिका और विधायिका को मिलकर लोगों को कैसे बेहतर व्यवस्था देना है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस श्री ए.के. मित्तल ने कहा कि न्याय के लिए आधारभूत संरचना के साथ ही हमें न्यायिक व्यवस्था में भी मूलभूत परिवर्तन समय के साथ लाना होगा। न्यायिक जागरुकता लाने के साथ ही जमीनी स्तर पर भी न्याय व्यवस्था में सुधार लाना होगा। उन्होंने कहा कि कानून से जुड़े छात्रों और वकीलों सहित सभी को मिलकर, अपनी कार्य प्रक्रिया में बदलाव लाकर, बेहतर न्याय की व्यवस्था बनाना है। उन्होंने कहा कि कानून की शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थी एक साल ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर इंटर्नशिप करें, ऐसी नीति बनानी होगी। इससे हम लोगों की अपेक्षाएं जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि कानून के छात्र अपनी शिक्षा के जरिए कैरियर तो बनाएं लेकिन साथ ही कर्तव्य की भावना से भी इस शिक्षा को ग्रहण करें क्योंकि यह लोगों को न्याय दिलाने से जुड़ी हुई शिक्षा है।
विभाग ने साधी चुप्पी
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस श्री ए.एम. खानविलकर ने कहा कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों ने कॉन फाउंडेशन के जरिए शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा की जो पहल की है, वह सबसे बड़ी मानव सेवा है उन्होंने कहा कि हमारी न्याय प्रणाली की नींव का आधार भी समाज का वह वर्ग है, जो गरीब है, साधन विहीन है। उसे न्याय मिले, यह इसका लक्ष्य है। श्री खानविलकर ने कहा कि शिक्षा से उत्कृष्ट मानव विकास होता है। राष्ट्रीय विधि संस्थान इस दृष्टि से एक सक्षम मानव संसाधन तैयार कर रहा है। सांसद श्री विवेक तन्खा ने भी सेमिनार को संबोधित किया।
भले ही इस कारोवार से उडऩे वाली राख के कारण लोगो का जीना मुश्किल हो तथा राख से आसपास का वातावरण भी दूषित हो रहा हो लेकिन विभाग के आला अधिकारी इस बात को लेकर मौन ही हैं। जवकि नियमों के अनुसार एश ब्रिक का निर्माण करने वालो को भी यह पता है कि इस प्रकार का कारोवार भीड़भाड़ एवं आवादी वाले स्थलो में नही होना चाहिए। इतनी सब जानकारी के बाद भी जिले के आवादी वाले स्थलो में यह कारोवार फल.फूल रहा है तथा इस कारोवार से जुड़े लोग अच्छी खासी कमाई में व्यस्त है। जवकि इस अव्यवस्था का खामियाजा तो आसपास के रहने वाले लोगो को झेलना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया और कॉन फाउंडेशन की पत्रिका ष्चंद्रगुप्तष् का विमोचन किया। फाउंडेशन के सी.ई.ओ. श्री सिद्धार्थ आर. गुप्ता ने फाउंडेशन के उद्देश्य और संचालित गतिविधियों की जानकारी दी।
 
कार्यक्रम में जनसम्पर्क एवं विधि-विधायी कार्य मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस श्री जे.के. माहेश्वरी, आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल के चेयरमेन जस्टिस श्री राजेन्द्र मेनन, बार कॉसिंल ऑफ इंडिया के चेयरमेन श्री मानन के. मिश्रा एवं मध्यप्रदेश के एडवोकेट जनरल श्री शशांक शेखर उपस्थित थे।
ओवी कम्पनियों द्वारा स्थानीय युवाओं को रोजगार देने में की जा रही कोताही
समाचार क्रमांक 106-2253
स्थानीय लोगो में पनप रहा आक्रोश
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सिंगरौली। एनसीएल की परियोजनाओं में ओवी का काम करने वाली कम्पनियों द्वारा स्थानीय बेरोजगार युवाओं को काम देने में बरती जा रही कोताही से स्थानीय लोगो में आक्रोश पनप रहा है,वहीं कम्पनियों की कार्यप्रणाली में सुधार के कोई आसार नही दिख रहे है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में ओवी का काम कर रही कम्पनियों द्वारा स्थानीय युवाओं की उपेक्षा की जा रही है। इस आशय के आरोप स्थानीय युवाओं के साथ-साथ सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनो द्वारा लगाये जाते रहे हैं लेकिन कम्पनियों की कार्यप्रणाली यथावत बनी हुई है।
भोपाल में एकलव्य आवासीय विद्यालयों की राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता 9 दिसम्बर से
स्थानीय बेरोजगार हो रहे उपेक्षित
मंत्री श्री मरकाम ने किया स्टोल, टी-शर्ट और स्मृति चिन्ह का अनावरण
सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन कम्पनियों द्वारा कुशल मजदूरो की तो बात ही जुदा है स्थानीय युवाओं को अकुशल श्रमिक के रूप में भी नही रखा जाता। यदि किसी तरह किसी युवक ने काम हांसिल कर भी लिया तो प्रवंधन के ओहदेदारो द्वारा कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हे काम से निकाल दिया जाता है।
सीधी 08 दिसम्बर 2019
मजदूर भी अन्य राज्यों से
सोमवार 9 दिसम्बर को भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में एकलव्य आवासीय विद्यालयों की 5 दिवसीय राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता शुरू होगी। प्रतियोगिता की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने आज टी.टी. नगर स्टेडियम में प्रतियोगिता के लिये तैयार किये गये स्टोल, टी-शर्ट और स्मृति-चिन्ह (कॉफी मग) का अनावरण कर आवासीय विद्यालयों की गतिविधियों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रमुख सचिव, आदिम-जाति कल्याण श्रीमती दीपाली रस्तोगी उपस्थित थीं।
स्थानीय युवाओं के अनुसार कम्पनियां काम तो सिंगरौली में करती हैं लेकिन मजदूर अन्य राज्यों से बुलाये जाते है। तुक्का यह कि स्थानीय लोग काम नही करते वल्कि नेतागिरी करते हैं। मजे की बात तो यह है कि यह सब हो रहा है जब प्रदेश के मुखिया स्थानीय लोगो को प्राथमिकता के आधार पर काम दिये जाने की तरफदारी कर रहे हैं। आखिर ऐसा क्यो यह बात नही समझ पा रहे हैं लोग।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ 9 दिसम्बर को शाम 5 बजे प्रतियोगिता का शुभारंभ करेंगे। समारोह में केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा प्रमुख अतिथि और प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम विशिष्ट अतिथि रहेंगे। प्रतियोगिता में 20 राज्यों के 284 एकलव्य विद्यालयों के 4,500 खिलाड़ी 15 खेल विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
 
खेल प्रतियोगिताएँ राजधानी भोपाल के 6 खेल मैदानों पर होंगी। इनमें से टी.टी. नगर स्टेडियम में एथलेटिक्स, बेडमिंटन, कबड्डी, कराटे, व्हाली-बॉल, बॉक्सिंग, कुश्ती, बॉस्केट-बॉल, ताईक्वांडो और टेबल-टेनिस प्रतियोगिताएँ होंगी। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम और एमव्हीएम ग्राउण्ड में फुटबाल प्रतियोगिता होगी। अंकुर स्कूल, 6 नम्बर स्टॉप स्थित खेल मैदान में तीरंदाजी प्रतियोगिता, लाल परेड ग्राउण्ड पर खो-खो और हैण्ड-बॉल, मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में हॉकी और प्रकाश तरुण पुष्कर में तैराकी प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों और ऑफिशियल्स के आवास एवं परिवहन की समुचित व्यवस्था की गई है। प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिये विभिन्न समितियों का गठन भी किया गया है।
चितरंगी परिक्षेत्र मे खनिज माफियाओ का जलवा
समाचार क्रमांक 107-2254
पहाड़ो को खोदकर किया जा रहा अवैध कारोबार
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सिंगरौली। चितरंगी जनपद क्षेत्र मे इन दिनो वनांचल गांवो मे फैले विशाल पहाड़ो पर खनिज माफियाओ की टेढ़ी नजर पडऩे से खनिज का अवैध उत्खनन जोरो पर है। चितरंगी जनपद जो वनांचल क्षेत्र होने के साथ लगभग हर गांव मे पहाड़ो के रूप मे प्रचुर मात्रा मे खनिज की उपलब्धता है। जिसके उत्खनन के लिये खनिज माफिया अब धीरे-धीरे अवैध रूप से पहाड़ो को खोदने और उसका कारोबार करने मे लगे है।
एशियन और वर्ल्ड कप शूटिंग प्रतियोगिता के लिए मध्यप्रदेश तैयार- मंत्री श्री पटवारी
जंगल उजाड़कर बसा रहे गांव
सीधी 08 दिसम्बर 2019
गांव के दबंगो द्वारा वनांचल क्षेत्र को धीरे-धीरे समेटते हुये उसे पूरी तरह पहाड़ो को धरासायी कर उनके पत्थरो का व्यवसाय कर पहले तो खेती योग्य बनाते है फिर वही घर बनाकर आवाद हो जाते है। यह क्रम कोई एक दो लोग नही कर रहे वल्कि अनेको लोग इस तरह प्रयोग कर पहाड़ी क्षेत्र को मैदान मे तब्दील कर खेतो का आविस्कार कर रहे है।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है कि मध्यप्रदेश एशियन और वर्ल्ड कप शूटिंग प्रतियोगिता की मेजबानी के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की अकादमी अन्तर्राष्ट्रीय मानकों में सबसे अव्वल है। श्री पटवारी आज यहाँ गोरेगांव स्थित शूटिंग अकादमी में 63वीं राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ कर रहे थे।
हरे-भरे जंगलो का हो रहा खात्मा
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि हमारे लिए गर्व का विषय है कि मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी की चिंकी यादव और ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने ओलंपिक कोटा हासिल किया है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा शूटिंग के खिलाड़ियों और इस खेल को और अधिक विकसित करने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। श्री पटवारी ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि अगले ओलंपिक में मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी के दस खिलाड़ी ओलंपिक कोटा हासिल करें। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री ने प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाडियों को आश्वस्त किया कि प्रतियोगिता के दौरान किसी भी प्रकार की कोई कमी हो, तो सीधे उनसे सम्पर्क करें अथवा संचालक खेल को बताएं।
बताते चले की पहाड़ो पर हरे-भरे पौधे वृक्ष होते हुये प्राकृतिक हरियाली पर माफिया पूरी तरह ग्रहण लगा रहे है। तथा इन अवैध उत्खनन का सबसे ज्यादा शिकार पहाड़ो पर उगे हरे वृक्ष एवं औषधीय पौधे होते है पर उसका भरपूर दोहन भी हो रहा है अवैध खनिज के उत्खनन से जहां पहाड़ नेस्तनावूत हो रहे है वही पर्यावरण के चिंतक बने वृक्ष पौधे भी समाप्त हो रहे है।
संचालक खेल एवं युवा कल्याण डॉ. एस. एल. थाऊसेन ने बताया कि इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश भर के लगभग 7हजार 472 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, यह एक रिकार्ड है। उन्होंने बताया कि देश के ओलम्पिक कोटा प्राप्त 15 शूटर भी इस प्रतियोगिता में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। श्री थाऊसेन ने कहा कि शूटिंग अकादमी में अधोसंरचना विकास की गतिविधियाँ लगातार जारी हैं।
गांवो की सड़केें बनी सरलता
नेशनल राइफल शूटिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के श्री पवन सिंह ने बताया कि इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन लगभग 50 साल बाद किया जा रहा है। मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी में सभी अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्थाएं की गई हैं उन्होंने कहा कि यह विश्व का सबसे सुविधाजनक और आधुनिक शूटिंग रेंज है।
वनांचल क्षेत्र मे रहने वाले वनवासियो के लिये बनी गांवो की सड़को का माफिया भरपूर उपयोग अवैध परिवहन के लिये करते है जिससे खनिज संपदा का आसानी से दोहन कर माफिया अपने व्यवसाय के जरिये देखते ही देखते लखपति भी हो रहे है और मैदानी अफसर सुविधा शुल्क या दवाव के चलते यह देखते हुये भी चुप्पी साध लेते है।
समाचार क्रमांक 108-2255
अशिक्षा बनी समस्या
वनांचल मे रहने वाले गरीब तबके के हरिजन आदिवासी गांववासी तक सरकारी सुविधाये पहुचाने के दावे वेकार की बाते गांवो मे लगती है। चितरंगी जनपद के अधिकांश गांवो मे आज भी सरकारी योजनाओ के भव्य भवन/इमारत तो दिखती है पर मैदानी अमला और सुविधा हमेशा आम जन से दूर ही रहती है। सरकारी योजना चलाने वाले मैदानी अमला तो कागजो मे मैदान मे रहता है जबकि वास्तविकता ठीक इसके परे है। गांवो मे अशिक्षा के कारण लोग खुलकर विरोध भी नही कर पाते जिसका भरपूर लाभ असरदार लोग उठा रहे है।
खनिज महकमा सीमित
जिले मे यूं तो खनिज का अवैध उत्खनन एवं परिवहन को रोकने के लिये यूं तो राजस्व पुलिस एवं खनिज के साथ शासकीय प्रशासकीय अमला शामिल है पर सभी इस मामले को नजर अंदाज करते है और खनिज विभाग अपने दफ्तर और अपने नियत कार्यक्रमो के साथ सीमित स्टाफ तक ही सीमित रहता है। शिकायते जब भारी होने लगती है तो फिर कभी कभार मैदानी भ्रमण कर लेते है लेकिन भ्रमण के पहले माफियाओ को इस बात की सूचना मिल जाती है कि आज विभाग का भ्रमण होना है जिससे सफलता हासिल नही हो पाती और मायूस होकर वापस आ जाते है।
 
अंतर क्षेत्रीय फुटबॉल खिताब पर जयंत क्षेत्र का कब्जा फोटो 2
सिंगरौली। नॉर्दर्न कोलफ ील्ड्स लिमिटेड एनसीएल की अंतर क्षेत्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता शनिवार को जयंत के विजय स्टेडियम पर संपन्न हुई। प्रतियोगिता का बेहद रोमांचक फ ाइनल मुकाबला जयंत व सीडबल्यूएस की टीमों के बीच हुआ। जिसमें सीडबल्यूएस की टीम को 1-0 से हरा जयंत ने खिताब पर कब्जा किया। प्रतियोगिता के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार सीडबल्यूएस टीम के खिलाड़ी महली कच्छप को प्रदान किया गया व तौसिफ को बेस्ट गोलकीपर का पुरस्कार दिया गया। प्रतियोगिता का आयोजन जयंत क्षेत्र के विजय स्टेडियम में 2 दिसंबर से 7 दिसंबर 2019 तक किया गया। प्रतियोगिता के समापन समारोह में निदेशक कार्मिक एवं वित्त नाग नाथ ठाकुर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। श्री ठाकुर ने विजेता टीम को बधाई दी व खिलाडि़ओं को प्रोत्साहित करते हुए आगे बढऩे के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। एनसीएल अंतर क्षेत्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में एनसीएल के विभिन्न क्षेत्रों व इकाइयों से कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता का पहला सेमीफ ाइनल मैच दुधिचुआ बनाम सीडब्ल्यूएस खेला गया व दूसरा मुकाबला जयंत बनाम बीना हुआ। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विजेता उपविजेता टीम एवं उनके खिलाडि़ओं को पुरस्कृत किया साथ ही प्रतियोगिता संपन्न करने में सहयोगी मैच रेफरी एवं अन्य लोगो को भी पारितोष वितरण किया गया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्यालय व अन्य परियोजनाओं से महाप्रबंधकगण जेसीसी सदस्य व सीमो आई एनसीएल स्पोट्र्स प्रमोशन बोर्ड के सदस्य व बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी व दर्शक उपस्थित थे। प्रतियोगिता को संपन्न कराने में जयंत क्षेत्र की कार्मिक विभाग की टीम मुख्यालय के कल्याण विभाग खेल कोषांग की टीम का सराहनीय योगदान रहा ।
 
एचडीएफसी बैंक बैढन द्वारा किया गया स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन फोटो 3
सिंगरौली। विगत दिवस एचडीएफसी बैंक शाखा बैढन के द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन जिला मुख्यालय बैढन स्थित होटल सत्या इंटरनेशनल में किया गया।उक्त शिविर में सबसे पहले सभी रक्तदाताओं का नि:शुल्क में हीमोग्लोबिन की जांच करने के उपरांत ब्लड प्रेशर जाँच भी की गई। उसके बाद रक्तदाताओ ने स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 10 रक्तदाताओं रक्तदान किया जिसमें श्रीकांत त्रिपाठी अजय कुमार शाह संतोष कुमार विश्वकर्मा विवेक द्विवेदी अनुराग श्रीवास्तव सुलेखचंद्र दुबे अखिल त्रिपाठी नितेश गुप्ता सोनू त्यागी विपुल कुमार रस्तोगी शामिल रहे । उक्त रक्तदान शिविर के दौरान रेडक्रॉस सोसाइटी वाईस चेयरमैन डॉ.डी.डी.मिश्रा ब्लड बैंक मेडिकल डायरेक्टर डॉ.आर.डी.द्विवेदी रेडक्रॉस सदस्य एसडी सिंह कोऑर्डिनेटर जयप्रकाश दुबे टेक्निकल सुपरवाइजर अमित श्रीवास्तव टेकनीशियन सुनीता शाह सहित अन्य मौजूद रहे।
 
पंचायत मंत्री श्री पटेल ने 50 लाख से निर्मित निर्माण कार्यो का किया भूमि पूजन फोटो 4
मनरेगा के निर्माण कार्यो को समय-सीमा में पूर्ण कराये श्री पटेल
आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में पूरे सम्मिलित है
सिंगरौली। सिंगरौली जिले के तहसील मुख्यालय देवसर क्षेत्रान्तर्गत स्थित ग्राम पंचायत डोड़की में आयोजित आपकी सरकार आप के द्वार सिविर का शुभारम्भ पंचायत एवं ग्रामीण विकाश मंत्री कमलेश्वर पटेल ने किया । मंत्री पटेल ने 50 लाख के निर्माण कार्यो का भूमि पूजन कार्य को मूर्त रूप दिया । उन्होने आजीविका मिशन के तहत गठित महिला स्वसहायता समूहो को 21 लाख 15 हजार रुपये की राशि का वितरण किया आम जनता से 119 आवेदन पत्र प्राप्त हुये । इनमें से 32 का मौके पर ही निराकरन किया गया । इस अवसर पर मंत्री श्री पटेल ने कहा की मुख्यमंत्री श्री कमाल नाथ के नेतृत्व में हमारी सरकार आम जनता के कल्याण के लिये कार्य कर रही है। हमने किसानो के ऋण माफी का उपहार दिया । मुख्य मंत्री कन्या दान योजन से अब बेटियों के विवाह के लिये 51 हजार रुपये की राशि दी जा रही है तथा पेंशन की राशि 6 सौ रूपये एवं 100 यूनिट की विदद्युत खपत पर 100 रूपये की बिजली की बिल दी जा रही है। आगे उन्होने कहा की अनेक जनकल्याण कारी योजनाओ को संचालित कर पात्र हितग्राहियों को लाभ प्रदान किया जा रहा है । आगे उन्होने कहा की जिन मजरा टोलो में बिजली नही पहुंची है वहाँ भी जल्द ही पाहुचाने की कोसिस की जा रही है तथा पेय जल व्यवस्था के लिये हर बसाहट में हैड पंप लगाया जा रहा है । अब आपको नदी नालो का पानी पीने की जरूरत नही पड़ेगी। समारोह में मंत्री श्री पटेल ने तीन नवीन आंगनवाडी भवनो के निर्माण हेतु एवं किचन सेट निर्माण हेतु शिलान्यास किया । वन्ही 20 कृषको को ऋ ण-पुस्तिका 10 कन्याओ को लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण पत्र एवं कर्मकार कल्याण मण्डल अंतरगर्त 10 हितग्राहियों को आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गयी । एवं 08 विदद्यालयों मे मध्यान भोजन बनाने के लिये गैस कनेक्सन का वितरण किया गया । और 15 छात्रो को सिक्योरिटी गार्ड प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र एवं 10 महिलाओ को सिलाई प्रशिक्षण किए जाने का प्रमाण पत्र वितरण किया गया। सिविर में कलेक्टर के.वी.एस. चौधरी ने कहाँ की आम जनता से मिले सभी आवेदन पत्रो का 10 दिवस में निराकरन कर दिया जाएगा । तथा जिले विकास हेतु शासन के मंसानुरूप डीएमफ मद से भी विकास के कई निर्माण कार्य कराये जा रहे है । साथ ही शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु प्राथमिका के आधार पर पहल की गयी है । सिविर में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकार ऋतुराज एसडीएम विकास सिंह ज्ञानेन्द्र द्विवेदी रमाशंकर शुक्ला रामनरेश द्विवेदी लल्ला बैस जोखन सिंह कौशल पाठक प्रणव पाठक अशाल्मुद्दीन सहित अन्य जनप्रतिनिधि गण जिला अधिकारी गण आधी उपस्थित रहें ।
 
गांधी दर्शन यात्रा के लिए आवश्यक प्रबंध करें - कलेक्टर
सिंगरौली जिले में गांधी दर्शन यात्रा आज से
सिंगरौली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के कार्यक्रम 2 अक्टूबर से आरंभ हो गये हैं। ये कार्यक्रम एक वर्ष तक जारी रहेंगे। महात्मा गांधी के विचारों तथा उनकी उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की मंशा के अनुसार प्रदेश भर में गांधी दर्शन यात्रा आयोजित की जा रही है। सिंगरौली जिले में गांधी दर्शन यात्रा 9 से 15 दिसंबर तक चितरंगी विकासखण्ड में आयोजित की जायेगी। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलेक्टर के.वी.एस. चौधरी ने कहा है कि महात्मा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित गांधी दर्शन यात्रा को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध करें। गांधी दर्शन यात्रा में विभिन्न कला दलों द्वारा गांव-गांव जाकर लघु नाटक, लोक नृत्य तथा गीत संगीत के माध्यम से गांधी जी के विचारों का प्रचार-प्रसार करेंगे। कलेक्टर ने कहा है कि शासन द्वारा कला दलों के भ्रमण का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। सिंगरौली जिले में 9 दिसंबर से गांधी दर्शन यात्रा आरंभ हो रही है। गांधी दर्शन यात्रा चितरंगी विकासखंड में 15 दिसंबर तक भ्रमण करेगी। दलों के भ्रमण के लिए ग्राम पंचायतों का रूटचार्ट तैयार कर निर्धारित तिथियों में कला दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए एसडीएम तथा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आवश्यक प्रबंध करेंगे। सभी ग्राम पंचायतों में कला दलों की प्रस्तुतियों के दिवस का ग्राम पंचायत सचिव तथा रोजगार सहायक के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराने के निर्देश दिये गये हैं।