"भारतीय दण्ड संहिता": अवतरणों में अंतर

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भारतीय दण्ड संहिता ब्रिटिश काल में सन् १८६२ में लागू हुई। इसके बाद इसमे समय-समय पर संशोधन होते रहे (विशेषकर [[भारत की स्वतन्त्रता|भारत के स्वतन्त्र]] होने के बाद)। [[पाकिस्तान]] और [[बांग्लादेश]] ने भी भारतीय दण्ड संहिता को ही लागू किया। लगभग इसी रूप में यह विधान तत्कालीन अन्य ब्रिटिश [उपनिवेश|उपनिवेशों]] ([[बर्मा]], [[श्रीलंका]], [[मलेशिया]], [[सिंगापुर]], [[ब्रुनेई]] आदि) में भी लागू की गयी थी।
 
भारती दंड सहिंित। को विदेशी भााषा के #मेकोले (जो कीजिसने भारतीआेभारतीय व्यवस्था को गुलामबरकी बनाानेसे कीसमझ साज़िशकर सेमनुवादी थादंड )प्रणाली के विपरीत यह प्रणाली खोजी )ने इसकी पांडुलिपि लिखी जो कि अब भी लागू है ।
 
लेकिन हा इसमें बहुत संशोधन किये जा चुके है। और आगे भी भारतीय संसद के द्वारा किये जाएंगे।
 
क्यों की अब भारतीय दण्ड संहिता भारतीय है ना कि विदेशी।।।
 
 
 
 
==अध्याय १==