"कृष्ण": अवतरणों में अंतर

[अनिरीक्षित अवतरण][अनिरीक्षित अवतरण]
→‎चित्रण: छोटा सा सुधार किया।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
→‎चित्रण: छोटा सा सुधार किया।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल एप सम्पादन Android app edit
पंक्ति 48:
अन्य चित्रणों में उन्हें राधा के साथ दिखाया जाता है जो राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का प्रतीक माना जाता है। उन्हें कुरुक्षेत्र युद्ध में विश्वरूप में भी दिखाया जाता है जिसमें उनके कई मुख हैं और सभी लोग उनके मुख में जा रहे हैं। अपने मित्र सुदामा के साथ भी उनको दिखाया जाता है जो मित्रता का प्रतीक है।
 
वास्तुकला में कृष्ण चिह्नों एवं मूर्तियों के लिए दिशानिर्देशों का वर्णन मध्यकालीन युग में हिन्दू मंदिर कलाओं जैसे वैखानस अगम , विष्णु धर्मोत्तराधर्मोत्तर पुराण, बृहत संहिता और अग्नि पुराण में वर्णित है<ref>{{cite book|author=T. A. Gopinatha Rao|title=Elements of Hindu iconography|url=https://books.google.com/books?id=MJD-KresBwIC&pg=PA200 |year=1993|publisher=Motilal Banarsidass |isbn=978-81-208-0878-2|pages=201–204}}</ref>। इसी तरह, मध्यकालीन युग के शुरुआती [[तमिल]] ग्रंथों में कृष्ण और रुक्मिणी की मूर्तियां भी सम्मिलित हैं। इन दिशानिर्देशों के अनुसार बनाई गई कई मूर्तियां सरकारी संग्रहालय,[[चेन्नई]] के संग्रह में हैं।
[[File:Indischer Maler um 1755 002.jpg|thumb|१७५५ के आसपास, भारतीय चित्रकार द्वारा बनाया गया चित्र ]]
 
"https://hi.wikipedia.org/wiki/कृष्ण" से प्राप्त