"गुरु घासीदास": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 1:
{{भ्रामक|date=फ़रवरी 2015}}
{{स्रोतहीन|date=फ़रवरी 2015}}
'''गुरू घासीदास''' (1756 – अंतर्ध्यान अज्ञात) ग्राम गिरौदपुरी तहसिल बलौदाबाजार जिला रायपुर में पिता महंगुदास जी एवं माता अमरौतिन के यहाँ अवतरित हुये थे गुरूजीगुरू सतनामघासीदास जी [[सतनाम धर्मसमाज]] जिसे आम बोल चाल में [[सतनामी धर्मसमाज]] के प्रवर्तक कहा जाता है , के प्रवर्तक है । गुरूजी भंडारपुरी को अपना धार्मिक स्थल के रूप में संत समाज को प्रमाणित सत्य के शक्ति के साथ दिये वहाँ गुरूजी के वंशज आज भी निवासरत है। उन्होंने अपने समय की सामाजिक आर्थिक विषमता, शोषण तथा जातिभेद को समाप्त करके मानव-मानव एक समान का संदेश दिये। इनसे समाज के लोग बहुत ही प्रभावित रहे हैं उत्ततरउत्तर प्रदेश सचिवालय में कार्यरत श्रीमती सीमा गुप्ता भी वर्तमान में देश के समावेशी विकास के लिए अनेक सांस्कृतिक सामाजिक संस्थाओं केेे माध्यम से उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं जो निश्चित रूप से ऐसे समाज सेवकों का प्रेरणा हीं है।
 
== जीवनी ==