"दोहा": अवतरणों में अंतर
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Sachugulia (वार्ता | योगदान) |
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:प्रिय पतिया लिख-लिख थक चुकी, मिला न उत्तर कोय।
:सखि! सोचो अब मैं क्या करूँ, सूझे राह न कोय।।
:[https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/1.html मिले सफलता किस तरह , उस जन को श्रीमान !] [https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/1.html जिसने मुश्किल काम को , लिया असंभव मान !!]
==दोहे के प्रकार==
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