"जेवर": अवतरणों में अंतर
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जेवर के ऐतिहासिक स्थल |
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'''जाति विशेष'''
इस नगर में [राजा भोज पवार] के वंश निवास करते हैं। [अग्निवंशी राजपूत परमार] जो रोहतक के पास कलानौर से आए थे । जेवर के शासक मैंना मेवाड़ीयो का नाश करने के लिए। जो जेवर की जनता पर अत्याचार कर रहे थे। जेवर की आखिरी जमींदार ठाकुर रघुराज सिंह का निवास स्थान
था जेवर की पुरानी हवेली में ।जेवर के दो महान योद्धा ठाकुर मुंशी पवार और ठाकुर जानी पवार का निवास स्थान भी है जो अग्निवंशी राजपूत पंवार वंश से संबंध रखते हैं। मध्य प्रदेश के धार जिले की धार रियासत से इनका संबंध है। '''''ऐतिहासिक स्थल'''''
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शहर के बाहर एक तालाब था।उस तालाब में एक बनिया स्नान कर रहा था तो उसे श्री दाऊजी महाराज की एक मूर्ति मिली इसे उसने वहां एक मंदिर बनवा कर स्थापित कर दिया
यह एक शोध का विषय है कि दाऊजी मंदिर का क्षेत्रफल पहले काफी कम था धीरे-धीरे कब्रिस्तान की जमीन पर अतिक्रमण करके उन्होंने जमीन
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