'''जैमिनि''' प्राचीन नेपाल[[भारत]] के एक महान [[ऋषि]] थे। वे [[पूर्व मीमांसा]] के प्रवर्तक थे। वे [[वेदव्यास]] के शिष्य थे।
== परिचय ==
महिर्षीजैमिनी जैमिनि का जन्म नेपाल मे हुआ ,अौर उनका मृत्यू का कारण ऐक हाथी था | नेपाल स्थित काली गण्डकी नदी किनार, जो अाज भी जैमिनिघाट नाम से जाना जाता है वही उन का जन्म हुआ | जैमिनिघाट अाज का जैमिनि नगरपालिका जो नेपाल का बागलुंग जिले मे आता है,वाहा ऋषि की गुफा अाज भी मौजुद है ,कहा जाता है ऋषि ने वही पबित्र गुफा से सारे सास्त्र के रचना के साथ तपश्या की थी | ऋषि ने भारत की बिन्ध्याचल पर्वत अौर बनगाउ भ्रमण किये थे |[[वेदव्यास]] के शिष्य थे। [[महाभारत]] में लिखा है कि [[वेद]] का चार भागों में विस्तार करने के कारण 'वेदव्यास' (विस्तार) नाम पड़ा। इन्होंने जैमिनि को [[सामवेद]] की शिक्षा दी तथा महाभारत भी पढ़ाया-