टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 30:
22 सितंबर 1954 को [[इंडोनेशिया]] के प्रधान मंत्री डाक्टर अली शास्त्रोमिद जोजो जब भारत की राजकीय यात्रा पर आए तो उन्होंने स्वागत भाषण में बताया कि इंडोनेशिया की मूल रीति नीति पाँच सिद्धांतों के आधार पर है और उन्हें '''पांज्यसिला''' कहते हैं। इसके सिद्धांत हैं-
 
(1) जनता को प्रमुखता (2) मानववाद (3) ईश्वरकर्म में विश्वास तथा धार्मिक स्वतंत्रता (4) हिंदेशियादेश की राष्ट्रीय एकता (5) राष्ट्रीय समृद्धि।
 
इसी स्वागत आयोजन के भाषण में प्रधान मंत्री श्री [[जवाहरलाल नेहरू]] ने तिब्बत संबंधी भारत चीन समझौते की चर्चा करते हुए घोषित किया कि वास्तव में ये पाँच सिद्धांत विश्वशांति एवं सहयोग की अधारशिला बन सकते हैं। ज्ञातव्य है कि प्राचीन भारत में मनुस्मृति में वर्णित [[धर्म के लक्षण|धर्म के दस लक्षणों]] तथा बौद्धकाल में "पंसिका" - बौद्ध गृहस्थों के आचरण संबंधी पाँच सिद्धांतों- के रूप में भी इनका उल्लेख मिलता है। इन्हीं नियमों के कुछ भाव दूसरे रूप और आकार में अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक आचार व्यवहार का पंचसूत्री आधार बने हैं।