"क्रांतिक द्रव्यमान": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Partially-reflected-plutonium-sphere.jpeg|right|thumb|300px|आंशिक रूप से परावर्तित प्लूटोनियम गोला]]
किसी [[नाभिकीय अभिक्रिया]] को सतत (sustained) बनाये रखने के लिये आवश्यक विखण्डनीय पदार्थ (फिसाइल मैटेरिअयल) न्यूनतम मात्रा को '''क्रांतिक द्रव्यमान''' या 'क्रिटिकल मास' (critical mass) कहते हैं। यह मात्रा फिसनेबल पदार्थ के नाभिकीय गुणों (जैसे, न्युक्लियर फिजन क्रास-सेक्शन), उसके घनत्व, आकार, इनरिचमेन्ट, शुद्धता, तापमान एवं वाह्य स्थितियों पर निर्भर होता है।
Athva
Vikhandan padarth ka Vahi newnatam dravyaman jisse kam per shrankhla abhikriya Sambhav nahin hai artharth vah newnatam dravyaman jo vikhandan padarth main shrankhla bhi Kriya banae rakhne ke liye avashyak hai krantik dravyaman kehalata hai
 
== अनाच्छादित गोले का क्रान्तिक द्रव्यमान ==