"दोहा": अवतरणों में अंतर

उदाहरण
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:मुरली वाले मोहना, मुरली नेक बजाय।
:तेरी मुरली मन हरे, घर अँगना न सुहाय॥
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:[https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/hindi-dohe-dohe-couplets_16.html?m=1 किया समय के यक्ष ने ,ऐसा कठिन सवाल !]
:[https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/hindi-dohe-dohe-couplets_16.html?m=1 दूर मुझे लगने लगा ,सुख सुविधा का ताल !!]
 
हेमचन्द्र के मतानुसार दोहा-छन्द के लक्षण हैं - समे द्वादश ओजे चतुर्दश दोहक:
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:प्रिय पतिया लिख-लिख थक चुकी, मिला न उत्तर कोय।
:सखि! सोचो अब मैं क्या करूँ, सूझे राह न कोय।।
:[https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/1.html मिले  सफलता   किस  तरह , उस जन  को  श्रीमान !] [https://www.rajpalsinghgulia.com/2019/12/1.html जिसने  मुश्किल  काम   को ,  लिया  असंभव  मान !!]
 
==दोहे के प्रकार==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/दोहा" से प्राप्त