"कौशाम्बी जिला": अवतरणों में अंतर

→‎बाहरी कड़ियां: मलूक आश्रम : संत मलूकदास को हिंदू व मुस्लिम धर्म के लोग एक समान मानते हैं। इनकी कुटी आज भी कड़ा में मौजूद है। लोग श्रद्धा के साथ यहां आते हैं। खास बात है कि मलूकदास का शिष्य फतेह खान एक मुस्लिम था। आज भी उसकी मजार मलूकदास की समाधी के ठीक सामने बनी है।
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{{ज्ञानसन्दूक भारत के क्षेत्र |
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