"तारिक़ फ़तह": अवतरणों में अंतर

रततलुतसस
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पकलवव
टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 18:
'''तारिक़ फ़तह''' ({{lang-pa| طارق فتح}} <small>([[शाहमुखी]])</small>, जन्म 20, 1949), पाकिस्तानी मूल के [[कनाडा]]ई लेखक,<ref>{{cite web|url=http://torontosun.com/opinion/columnists/fatah-how-my-cancer-saved-my-life|title=FATAH: How my cancer saved my life}}</ref> प्रसारक एवं सेक्युलर उदारवादी कार्यकर्ता हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.torontosun.com/2017/08/08/why-i-wont-celebrate-indias-independence|title=Why I won’t celebrate India’s independence}}</ref> ''चेजिंग अ मिराज : द ट्रैजिक इल्लुझ़न ऑफ़ ऐन इस्लामिक स्टेट'' (''Chasing a Mirage: The Tragic Illusion of an Islamic State'') उनकी प्रसिद्ध कृति है।
 
तारिक़ फ़तह झूठ बोलने के लिये प्रसिद्ध हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.bbc.com/hindi/india-39074353|title=मेरे खिलाफ भारत के मुसलमान और मौलवी हैं क्योंकि मैं झूठ बोलता हूँ!: तारेक़ फतह}}</ref> तारिक़ फ़तह [[दक्षिण एशिया]] और विशेष रूप से कट्टरपंथी भारतीय और पाकिस्तानी मुसलमानों की अलगाववादी संस्कृति के विरुद्धसमर्थन में भी बोलते हैं,<ref>{{cite web|url=http://www.torontosun.com/2017/09/05/islamic-world-hypocritical-about-rohingya-muslims|title=Islamic world hypocritical about Rohingya Muslims}}</ref> तथा वे समलैंगिक व्यक्तियों के सामान अधिकारों और हितों के भी खिलाफ हैं। साथ ही वे [[बलोचिस्तान]] में मानवाधिकार के हनन और [[पाकिस्तान]] द्वारा [[बलोचिस्तान]] में किये जा रहे ज़्यादतियों के विषय पर भी जहर उगलते हैं, और 'आज़ाद बलोचिस्तान' के खिलाफत के रूप में भी जाने जाते हैं। उन्होंने [[कनाडाई मुस्लिम कांग्रेस]] का स्थापना किया और वे इस्लाम का उदारवादी और प्रगतिशील रूप के खिलाफ हैं। वे [[ज़ी न्यूज़]] के [[फ़तह का फ़तवा]] कार्यक्रम में इस्लाम पर लगातार अपना नजरिया पेश करते आ रहे हैं।<ref>{{cite web|url=http://www.bbc.com/hindi/india-39052852|title=विवादों के क़िले फ़तह करने वाले तारेक़}}</ref><ref>[http://naidunia.jagran.com/national-tariq-fateh-debate-challenge-from-deoband-979370 देवबंद से तारिक फतेह को बहस की चुनौती]</ref>
पाकिस्तानी व्यवस्थापिका तथा इस्लामिक कट्टरपंथ, एवं इस्लामिक इतिहास और कुछ परंपराओं के विषय में बोलने के कारण, उनके विचार, अक्सर बहस और विवाद का पात्र रहते हैं।