"अचलताकारक कशेरूकाशोथ": अवतरणों में अंतर

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स्त्रियों की [[अपेक्षा]] पुरूष 3:1 के अनुपात में प्रभावित होते हैं<ref name="Porter, Robert; Beers, Mark H.; Berkow, Robert 2006 290" /> और इस रोग के कारण पुरूषों को स्त्रियों की अपेक्षा अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है।<ref name="Arthritis Research Campaign, Ankylosing Spondylitis Information Booklet">{{cite web |url=http://www.arc.org.uk/arthinfo/patpubs/6001/6001.asp |title=Arthritis Research Campaign - Ankylosing Spondylitis Case History|publisher=Arthritis Research Campaign|year=2009 |work= |accessdate=2009-08-25}}</ref> 40% मामलों में अचलताजनक कशेरूकाशोथ में आँख का शोथ ([[परितारिका-रोमकपिंडशोथ]] और [[असितपटलशोथ]]) होता है जिससे आंखों का लाल हो जाना, दर्द होना, [[अंधापन]], [[आंखों के सामने धब्बों का दिखना]] और [[प्रकाशभीति]] आदि लक्षण उत्पन्न 8होते हैं। एक और सामान्य लक्षण है व्यापक [[थकान]] और कभी-कभी मतली का होना. [[महाधमनीशोथ]], [[फुफ्फुसशीर्ष]] की [[तन्तुमयता]] और [[त्रिकज नाड़ी]] मूल आवरणों का विस्फारण भी हो सकता है। सभी सीरमऋणात्मक कशेरूकासंधिरोगों की तरह नाखून नखशय्या से अलग हो निकल सकते हैं। {{Citation needed|date=July 2009}}
 
18 वर्ष से कम की उम्र में होने पर यह रोग भुजा या पैरों के बड़े जोड़ों, विशेषकर [https://www.jointspainhealers.com/knee-pain/ '''घुटने में दर्द'''] और सूजन उत्पन्न कर सकता है। यौवनारम्भ के पहले की उम्र के मामलों में दर्द और सूजन एड़ियों व पांवों में भी प्रकट हो सकती है जहां [[पार्ष्णिका प्रसर]] भी विकसित हो जाते हैं। रीढ़ की हड्डी बाद में प्रभावित हो सकती है।{{Citation needed|date=July 2009}}
 
अकसर विश्राम की स्थिति में दर्द अधिक तीव्र होता है और शारीरिक गतिविधि से कम होता है, लेकिन कई लोगों को विश्राम और गतिविधि दोनों स्थितियों में विभिन्न मात्रा में शोथ व दर्द का अनुभव होता है।