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[[चित्र:Meddah story teller.png|thumb|right|300px|कथाकार (एक प्राचीन कलाकृति)]][https://www.hindikhani.com/2019/12/desikahani.html '''कहानी''' हिन्दी]<ref>{{Cite web|url=https://www.hindikhani.com/2019/12/desikahani.html|title=desi kahani : ( कोयला और चंदन )|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref> में [[गद्य]] लेखन तथा वाचन की एक विधा है। गद्य या पद्य का वो रूप जो पाठक अथवा श्रोता की रुचि, मनोरंजन या निर्देश तथा जागरूक करने के लिए बनाई गयी हो उसे कहानी कहा जाता है। [https://cinderellakikahani.com कहानी] सत्य घटनाओं पर आधारित भी हो सकती है या फिर काल्पनिक भी। उन्नीसवीं सदी में गद्य में एक नई विधा का विकास हुआ जिसे '''[https://www.hindikhani.com/ कहानी]'''<ref>{{Cite web|url=https://www.hindikhani.com/|title=3 छोटी कहानियां बच्चों के लिए|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref> के नाम से जाना गया। [[बंगला]] में इसे '''गल्प''' कहा जाता है। कहानी ने अंग्रेजी से हिंदी तक की यात्रा बंगला के माध्यम से की। कहानी [[गद्य]] [[कथा साहित्य]] का एक अन्यतम भेद तथा [[उपन्यास]] से भी अधिक लोकप्रिय [[साहित्य]] का रूप है। मनुष्य के जन्म के साथ ही साथ कहानी का भी जन्म हुआ क्योंकि हर मनुष्य का अपना एक जीवन होता है, जिसमें उसके साथ कई तरह की घटनाएं घटती है। इन घटनाओं में सुखद और दुखदकहानी दोनोंकहना हीतथा तरहसुनना कीमानव घटनाएंका होतीआदिम है,स्वभाव उन्हींबन घटनाओं को जब रचनाकार लेखन के रूप में प्रस्तुत करता है, तो उसे कहानी कहा जाता है।गया। इसी कारण से प्रत्येक सभ्य तथा असभ्य समाज में कहानियाँ पाई जाती हैं। हमारे देश में कहानियों की बड़ी लंबी और सम्पन्न परंपरा रही है। वेदों, उपनिषदों तथा ब्राह्मणों में वर्णित '[[यम-यमी]]', '[[पुरुरवा-उर्वशी]]', '[[सौपणीं-काद्रव]]', '[[सनत्कुमार- नारद]]', '[[गंगावतरण]]', '[[श्रृंग]]', '[[नहुष]]', '[[ययाति]]', '[[शकुन्तला]]', '[[नल-दमयन्ती]]' जैसे आख्यान कहानी के ही प्राचीन रूप हैं।
 
प्राचीनकाल में सदियों तक प्रचलित वीरों तथा राजाओं के शौर्य, प्रेम, न्याय, ज्ञान, वैराग्य, साहस, समुद्री यात्रा, [https://bhootkikahani.com भूत की कहानी], अगम्य पर्वतीय प्रदेशों में प्राणियों का अस्तित्व आदि की कथाएँ, जिनकी कथानक घटना प्रधान हुआ करती थीं, भी कहानी के ही रूप हैं। '[[गुणढ्य]]' की "[[वृहत्कथा]]" को, जिसमें '[[उदयन]]', '[[वासवदत्ता]]', समुद्री व्यापारियों, राजकुमार तथा राजकुमारियों के पराक्रम की घटना प्रधान कथाओं का बाहुल्य है, [https://cinderellakikahani.com/category/pariyon-ki-kahani/ परियों की कहानी], प्राचीनतम रचना कहा जा सकता है। वृहत्कथा का प्रभाव '[[दण्डी]]' के "[[दशकुमार चरित]]", '[[बाणभट्ट]]' की "[[कादम्बरी]]", '[[सुबन्धु]]' की "[[वासवदत्ता]]", '[[धनपाल]]' की "[[तिलकमंजरी]]", '[[सोमदेव]]' के "[[यशस्तिलक]]" तथा "[[मालतीमाधव]]", "[[अभिज्ञान शाकुन्तलम्]]", "[[मालविकाग्निमित्र]]", "[[विक्रमोर्वशीय]]", "[[रत्नावली]]", "[[मृच्छकटिकम्]]" जैसे अन्य काव्यग्रंथों पर साफ-साफ परिलक्षित होता है। इसके पश्‍चात् छोटे आकार वाली "[[पंचतंत्र]]", "[[हितोपदेश]]", "[[बेताल पच्चीसी]]", "[[सिंहासन बत्तीसी]]", "[[शुक सप्तति]]", "[[कथा सरित्सागर]]", "[[भोजप्रबन्ध]]" जैसी साहित्यिक एवं कलात्मक कहानियों का युग आया। इन कहानियों से श्रोताओं को मनोरंजन के साथ ही साथ नीति का उपदेश भी प्राप्त होता है। प्रायः कहानियों में असत्य पर सत्य की, अन्याय पर न्याय की और अधर्म पर धर्म की विजय दिखाई गई हैं। आप हमारी [http://www.hindikhani.com/2019/12/short-stories-in-hindi.html कहानियो का संग्रह] भी देख सकते हें।
[http://www.hindikhani.com/2019/12/short-stories-in-hindi.html मजेदार हिंदी कहानियों के लिए आप यहां क्लिक कर के पढ़ सकते है Click]
 
बच्चों के लिए [http://www.hindikhani.com/2019/12/short-stories-in-hindi.html 3 छोटी हिंदी कहानियां] लिख रहा हूं यह   [http://www.hindikhani.com/2019/11/shortstoriesinhind.html कहानियां हिंदी]  <ref>{{Cite web|url=http://www.hindikhani.com/2019/11/shortstoriesinhind.html|title=3 चोटी कहानियाँ|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>language में available है मुझे उम्मीद है

कि यह [http://www.hindikhani.com/2019/11/DadiMaakiKahaniyan.html 3 हिंदी छोटी कहानियां]<ref>{{Cite web|url=http://www.hindikhani.com/2019/11/DadiMaakiKahaniyan.html|title=दादी माँ की हिन्दी कहानियाँ|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>, [https://cinderellakikahani.com सिंडिरेल्ला की कहानी] आपके बच्चों और आपने एक   दिल  में विश्वास भरेगी और उन्हें जीवन में एक उच्च लक्ष्य जीतने  का विश्वास दिलाएगी।दिखाइए यह कहानियां अगर आपको अच्छी लगे तो  आप ही ने अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं
 
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[https://www.hindikhani.com/2019/12/desikahani.html puri kahani pade]<ref>{{Cite web|url=https://www.hindikhani.com/2019/12/desikahani.html|title=best hindi stories in hindi for kids|last=|first=|date=|website=|archive-url=|archive-date=|dead-url=|access-date=}}</ref>
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== परिभाषा ==
अमेरिका के कवि-आलोचक-कथाकार '[[एडगर एलिन पो]]' के अनुसार कहानी की परिभाषा इस प्रकार हैः "कहानी वह छोटी आख्यानात्मक रचना है, जिसे एक बैठक में पढ़ा जा सके, जो पाठक पर एक समन्वित प्रभाव उत्पन्न करने के लिये लिखी गई हो, जिसमें उस प्रभाव को उत्पन्न करने में सहायक तत्वों के अतिरिक्‍त और कुछ न हो और जो अपने आप में पूर्ण हो।" हिंदी कहानी को सर्वश्रेष्ठ रूप देने वाले 'प्रेमचन्द' ने कहानी की परिभाषा इस प्रकार से की हैः "कहानी वह [[ध्रुपद]] की तान है, जिसमें गायक महफिल शुरू होते ही अपनी संपूर्ण प्रतिभा दिखा देता है, एक क्षण में चित्त को इतने माधुर्य से परिपूर्ण कर देता है, जितना रात भर गाना सुनने से भी नहीं हो सकता।" हिन्दी के लेखकों में [[प्रेमचंद]] पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अपने तीन लेखों में कहानी के सम्बंध में अपने विचार व्यक्त किए हैं – ‘कहानी (गल्प) एक रचना है जिसमें जीवन के किसी एक अंग या किसी एक मनोभाव को प्रदर्शित करना ही लेखक का उद्देश्य रहता है। उसके चरित्र, उसकी शैली, उसका कथा-विन्यास, सब उसी एक भाव को पुष्ट करते हैं। उपन्यास की भाँति उसमें मानव-जीवन का संपूर्ण तथा बृहत रूप दिखाने का प्रयास नहीं किया जाता। वह ऐसा रमणीय उद्यान नहीं जिसमें भाँति-भाँति के फूल, बेल-बूटे सजे हुए हैं, बल्कि एक गमला है जिसमें एक ही पौधे का माधुर्य अपने समुन्नत रूप में दृष्टिगोचर होता है।’ कहानी की और भी परिभाषाएँ उद्धृत की जा सकती हैं। पर किसी भी साहित्यिक विधा को वैज्ञानिक परिभाषा में नहीं बाँधा जा सकता, क्योंकि साहित्य में विज्ञान की सुनिश्चितता नहीं होती। इसलिए उसकी जो भी परिभाषा दी जाएगी वह अधूरी होगी।
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== कहानी के तत्व ==
{{main|कहानी के तत्व}}
रोचकता, प्रभाव तथा वक्‍ता एवं श्रोता या कहानीकार एवं पाठक के बीच यथोचित सम्बद्धता बनाये रखने के लिये सभी प्रकार की कहानियों में निम्नलिखित तत्व महत्वपूर्ण माने गए हैं कथावस्तु, पात्र अथवा चरित्र-चित्रण, कथोपकथन अथवा संवाद, देशकाल अथवा वातावरण, भाषा-शैली तथा उद्देश्य। कहानी के ढाँचे को कथानक अथवा कथावस्तु कहा जाता है। प्रत्येक कहानी के लिये कथावस्तु का होना अनिवार्य है क्योंकि इसके अभाव में कहानी की रचना की कल्पना भी नहीं की जा सकती। कथानक के चार अंग माने जाते हैं - आरम्भ, आरोह, चरम स्थिति एवं अवरोह। कहानी का संचालन उसके पात्रों के द्वारा ही होता है तथा पात्रों के गुण-दोष को उनका 'चरित्र चित्रण' कहा जाता है। चरित्र चित्रण से विभिन्न चरित्रों में स्वाभाविकता उत्पन्न की जाती है। संवाद कहानी का प्रमुख अंग होते हैं। इनके द्वारा पात्रों के मानसिक अन्तर्द्वन्द एवं अन्य मनोभावों को प्रकट किया जाता है। कहानी में वास्तविकता का पुट देने के लिये देशकाल अथवा वातावरण का प्रयोग किया जाता है। प्रस्तुतीकरण के ढंग में कलात्मकता लाने के लिए उसको अलग-अलग भाषा व शैली से सजाया जाता है। कहानी में केवल मनोरंजन ही नहीं होता, अपितु उसका एक निश्‍चित उद्‍देश्य भी होता है - जैसा की हमने पहले भी पढ़ा वह लेखन अथवा वाचन जो पाठक अथवा श्रोता की रुचि, मनोरंजन या निर्देश तथा जागरूक करने के लिए बनाई गयी हो उसे कहानी कहा जाता हैहै।
 
== हिन्दी कहानी का इतिहास ==
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*[https://www.hindimein.in/2019/12/jungle-ki-kahani.html जंगल की कहानी]
*[https://www.hindikahania.com/2019/12/khajana-ki-kahani.html खजाना की कहानी]
*[https://www.hindimein.in/2019/12/old-stories-in-hindi.html हिंदी में पुरानी कहानियाँ]
*[https://cinderellakikahani.com Cinderella ki Kahani]
*[https://bhootkikahani.com Bhoot Ki Kahani]
*[https://cinderellakikahani.com/pariyo-ki-raajkumari/ Pariyo ki Raajkumari]
 
[[श्रेणी:हिन्दी साहित्य|कहानी]]
[[श्रेणी:कहानी|कहानी]]
<references />
<references responsive="" />9.[https://www.hindikahane.in kahane in hindi]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/कहानी" से प्राप्त