"जयपाल": अवतरणों में अंतर
[अनिरीक्षित अवतरण] | [अनिरीक्षित अवतरण] |
Content deleted Content added
अजीत कुमार तिवारी द्वारा सम्पादित संस्करण 4038632 पर पूर्ववत किया। (ट्विंकल) टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
जयपाल टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1:
'''जयपाल''' काबुल शाही राजवंश का प्रसिद्ध राजपूत शासक था जिसने 964 से 1001 ई तक शासन किया। उसका राज्य लघमान से [[कश्मीर]] तक और [[सरहिंद]] से [[मुल्तान]] तक विस्तृत था। [[पेशावर]] इसके राज्य का केन्द्र था। वह हतपाल का पुत्र तथा [[आनन्दपाल]] का पिता था। बारी कोट के शिलालेख के अनुसार उसकी पदवी "परम भट्टरक महाराजाधिराज श्री जयपालदेव" थी।
मुसलमानों का [[भारत]] में प्रथम प्रवेश जयपाल के काल में हुआ। 977 ई. में [[गजनी]] के [[सुबुक्तगीन]] ने उसपर आक्रमण कर कुछ स्थानों पर अधिकार कर लिया। जयपाल ने प्रतिरोध किया, किंतु पराजित होकर उसे [[संधि]] करनी पड़ी। अब [[पेशावर]] तक मुसलमानों का राज्य हो गया। दूसरी बार सुबुक्तगीन के पुत्र [[महमूद गजनवी]] ने जयपाल को पराजित किया। लगातार पराजयों से क्षुब्ध होकर इसने अपने पुत्र [[
==बाहरी कड़ियाँ==
|