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=== रुहेलखण्ड राज्य ===
{{मुख्य|रुहेलखण्ड राज्य}}
औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद दिल्ली के मुगल शासक कमजोर हो गये तथा अपने राज्य के जमींदारों, जागीरदारों आदि पर उनका नियन्त्रण घटने लगा। उस समय इस क्षेत्र में भी अराजकता फैल गयी तथा यहाँ के जमींदार स्वतन्त्र हो गये। इसी क्रम में, रुहेलखण्ड भी मुगल शासन से स्वतंत्र राज्य बनकर उभरा, और बरेली रुहेलखण्ड की राजधानी बनी। १७४० में अली मुहम्मद रुहेलखण्ड शासक बने, और उनके शासनकाल में रुहेलखण्ड की राजधानी बरेली से [[आँवला (नगर)|आँवला]] स्थानांतरित की गयी। १७४४ में अली मुहम्मद ने [[कुमाऊँ राज्य|कुमाऊँ]] पर आक्रमण किया, और राजधानी [[अल्मोड़ा]] पर कब्ज़ा कर लिया,<ref name="IGOI pg-4">{{cite web |title=Imperial Gazetteer2 of India, Volume 7, page 4 -- Imperial Gazetteer of India -- Digital South Asia Library |url=https://dsal.uchicago.edu/reference/gazetteer/pager.html?objectid=DS405.1.I34_V07_010.gif |website=dsal.uchicago.edu |accessdate=18 अगस्त 2019}}</ref> और सात महीनों तक उनकी सेना अल्मोड़ा में ही रही। इस समय में उन्होंने वहां के बहुत से मंदिरों को नुकसान भी पहुंचाया। हालाँकि अंततः क्षेत्र के कठोर मौसम से तंग आकर, और कुमाऊँ के राजा द्वारा तीन लाख रुपए के हर्जाने के भुगतान पर, रुहेला सैनिक वापस बरेली लौट गये। इसके दो वर्ष बाद मुग़ल सम्राट [[मुहम्मद शाह (मुग़ल)|मुहम्मद शाह]] ने क्षेत्र पर आक्रमण किया, और अली मुहम्मद को बन्दी बनाकर [[दिल्ली]] ले जाया गया।<ref name="IGOI pg-4" /> एक वर्ष बाद, १९४८ में अली मुहम्मद वहां से रिहा हुए, और वापस आकर फिर रुहेलखण्ड के शासक बने, परन्तु इसके एक वर्ष बाद ही उनकी मृत्यु हो गयी, और उन्हें राजधानी आँवला में दफना दिया गया।<ref name="IGOI pg-4" />
 
"https://hi.wikipedia.org/wiki/बरेली" से प्राप्त