"आतंकवाद": अवतरणों में अंतर

छोNo edit summary
छोNo edit summary
पंक्ति 1:
{{भाषा मसला}}{{व्याकरण}}
{{भाषा मसला}}{{व्याकरण}}<br />[[चित्र:Terrorincidents2001atlas.jpg|thumb|300px|right|आतंकवाद के शिकार<ref>"अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घटनाओं, अमेरिका 2001" द्वारा [[राज्य विभाग|विभाग राज्य]] Department of State)</ref>]]
 
= '''आतंकवाद''' =
'''आतंकवाद''' एक प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि होती है। अगर कोई व्यक्ति या कोई संगठन अपने [[आर्थिक]], [[राजनीतिक]] एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक, अर्थात्, देश के नागरिकों की सुरक्षा को निशाना बनाए, तो उसे [https://www.sirfsach.in/category/cutting-edge/ आतंकवाद] कहते हैं। गैर-राज्य कारकों ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]'': Non-state actors'') द्वारा किये गए राजनीतिक एवं वैचारिक हिंसा भी आतंकवाद की ही श्रेणी में आती है। अब इसके तहत गैर-कानूनी हिंसा और [[युद्ध]] को भी शामिल कर लिया गया है। अगर इसी प्रकार की गतिविधि आपराधिक संगठन चलाने या उसे बढ़ावा देने के लिए की जाती है तो सामान्यतः उसे भी आतंकवाद माना जाता है। यद्यपि, इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है।
{{भाषा मसला}}{{व्याकरण}}<br />[[चित्र:Terrorincidents2001atlas.jpg|thumb|300px|right|आतंकवाद के शिकार<ref>"अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घटनाओं, अमेरिका 2001" द्वारा [[राज्य विभाग|विभाग राज्य]] Department of State)</ref>]]
 
'''आतंकवाद''' एक प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि होती है। अगर कोई व्यक्ति या कोई संगठन अपने [[आर्थिक]], [[राजनीतिक]] एवं विचारात्मक लक्ष्यों की प्रतिपूर्ति के लिए गैर-सैनिक,देश अर्थात्,या देश के नागरिकों की सुरक्षा को निशाना बनाए, तो उसे [https://www.sirfsach.in/category/cutting-edge/ आतंकवाद] कहते हैं। गैर-राज्य कारकोंराज्यकारकों ([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]'': Non-state actors'') द्वारा किये गए राजनीतिक एवं वैचारिक हिंसा भी आतंकवाद की ही श्रेणी में आती है। अब इसके तहत गैर-कानूनी हिंसा औरको [[युद्ध]]भी कोआतंकवाद भीमें शामिल कर लिया गया है। अगर इसी प्रकार की गतिविधि आपराधिक संगठन चलाने या उसे बढ़ावा देने के लिए की जाती है तो सामान्यतः उसे भी आतंकवाद माना जाता है। यद्यपि, इन सभी कार्यों को आतंकवाद का नाम दिया जा सकता है। आतंकवाद की कोई जाति नहीं होती कोई धर्म नहीं होता, ना कोई भाषा होती है और नाहीं कोई चेहरा होता है। आतंकवाद को किसी भी धर्म से जोड़ा जाना गलत है।
पिछले कई वर्षों मे अब तक हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादी के साथ आतंकी हमलों को अंजाम देने वाले राजकीय प्रेरित होते है, इससे यह सिद्ध होता है कि आतंकवादी पूरी दुनिया पर हिंसा जबरन लागू करना चाहते हैं। दुनिया में सिर्फ एक मात्र होना चाहिए, कोई और साथ को नही मानते, उन की संपत्ति, सत्ता की ही बात है, एकता को नही मानते।
बावजूद इस के अब तक किसी देश ने इन आतंकी संगठनों को खत्म करने का ही प्रयास किया। कई देशों में हुई जांच में साबित हो चुका है कि आतंकवादी कई देशों से आर्थिक सहायता राजकीय हेतु ही गुप्त रूप से दी जाती है इस प्रकार आतंकवाद मानवता के लिये एक बहुत ही बड़ी समस्या बन चुका है। आतंकवाद को किसी भी धर्म से जोड़ा जाना गलत है।
 
आम शाब्दिक परिभाषा {{definition}}