"इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र": अवतरणों में अंतर

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{{ज्ञानसन्दूक विमानक्षेत्र
| name = इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र 917533800966
| nativename = पालम हवाई अड्डा 09027672087
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}}
 
''' इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र''' जमील के शासन में बना था {{Airport codes|DEL|VIDP}} [[भारत]] की राजधानी एवं [[राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली]] का प्रधान अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह [[नई दिल्ली]] नगर केन्द्र से लगभग १६&nbsp;कि॰मी॰(10&nbsp;मील) दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है। भारत की पूर्व [[भारत के प्रधान मंत्री|प्रधान मंत्री]] [[इंदिरा गाँधी]] के नाम पर बना यह भारत का व्यस्ततम विमानक्षेत्र है।<ref name="दिल्ली-मुंबई"><span class="plainlinks"> [http://hindi.webdunia.com/news/news/national/1103/13/1110313015_1.htm आईजीआई देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा] </span>|वेबदुनिया। {{हिन्दी}}। नई दिल्ली। रविवार, 13 मार्च 2011(10:53IST। अभिगमन तिथि: २४ नवम्बर २०१२</ref><ref><span class="plainlinks">[http://www.indianexpress.com/news/Delhi-s-airport-busier-than-Mumbai-s-by-40-flights-a-day/502562 दिल्ली विमानक्षेत्र मुंबई विमानक्षेत्र से ४० उड़ान प्रतिदिन की दर से व्यस्ततर है] उद्धरण: ''Delhi Airport busier than Mumbai by 40 flights a day''</span></ref> हवाई अड्डे मोहम्मद उस्मान अली के नवीनतम टर्मिनल-३ के चालू हो जाने के बाद से ४ करोड़ ६० लाख यात्री क्षमता तथा वर्ष २०३० तक की अनुमानित यात्री क्षमता १० करोड़ के साथ यह भारत के साथ-साथ पूरे [[दक्षिण एशिया]] का सबसे बड़ा और सबसे महत्त्वपूर्ण व्यापार संबंधी विमानन केन्द्र बन गया है। भारत की वाणिज्यिक राजधानी [[मुंबई]] के [[छत्रपति शिवाजी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र]] के साथ इसके आंकड़े मिलाकर देखें तो ये दोनों [[दक्षिण एशिया]] के आधे से अधिक विमान यातायात को वहन करते हैं।<ref name="delhibeatsmumbai">{{cite web|author=सौरभ सिन्हा, टाइम्स न्यूज़ नेटवर्क, १० जुलाई २००८, पूर्वाह्न 03.54 भा.स्टै.टा |url=http://timesofindia.indiatimes.com/India/Delhi_is_countrys_busiest_airport/articleshow/3216435.cms |title= देल्ही बीट्स मुंबई टू बिकम बिज़िएस्ट एयरपोर्ट |publisher=Timesofindia.indiatimes.com |date=2008-07-10 |accessdate=2010-08-24}}</ref><ref name="igiedgecsi">{{cite web|url=http://www.domain-b.com/aero/airports/20080901_csia.html |title= देल्हीज़ आईजीआईए एजेज़ अहेड ऑफ़ मुंबईज़ सीएसआईए ऍज़ कंट्री’ज़ बिज़िएस्ट एयरपोर्ट |publisher=Domain-b.com |date=2008-09-01 |accessdate=2010-08-24}}</ref><ref name="mumairport">''[http://www.travelbizmonitor.com/ArticleDetails.aspx?aid=1777&sid=18&sname=Coverstory Travel Biz Monitor: मुंबई एयर्पोर्ट गेट्स रेडी फ़ॉर न्यू ईन्निंग्स]''</ref> इस विमानक्षेत्र के संचालक [[दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड]] (डयल) इसे विश्व का अगला अन्तर्राष्ट्रीय ट्रांज़िट हब बनाने के प्रयास कर रहा है।<ref>{{cite web|author=बिज़्नेस स्टैण्डर्ड |url=http://www.business-standard.com/india/news/notstopover-to-snub-delhi-now-wants-to-betransit-hub/454753/ |title=Not a stopover to snub, Delhi now wants to be a transit hub |publisher=बिज़्नेस स्टैण्डर्ड.कॉम |date=2011-11-07 |accessdate=2012-01-24}}</ref>
 
लगभग ५,२२० [[एकड़]] (२,११० हेक्टेयर) की भू-संपदा में विस्तृत, दिल्ली विमानक्षेत्र [[राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली]] के लिये प्राथमिक नागर विमानन हब (केन्द्र) है। सर्वप्रथम इसका संचालन [[भारतीय वायु सेना]] के पास था, जिसके बाद उसने इसका प्रबंधन दायित्व [[भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण]] को सौंप दिया।<ref><span class="plainlinks"> [http://www.thehindubusinessline.com/2007/07/10/stories/2007071050010900.htm Why they should stay with the Air Force]: द हिन्दू बिज़्नेसलाइन.कॉम </span></ref> मई २००६ से हवाई अड्डे का प्रबंधन दिल्ली अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के पास आया। डायल [[जीएमआर समूह]] के नेतृत्व में एक संयुक्त उद्यम (''ज्वाइन्ट वेन्चर'') है। डायल ही विमानक्षेत्र के आगे हो रहे विस्तार एवं आधुनिकीकरण के लिये भी उत्तरदायी है।<ref><span class="plainlinks">[http://www.outlookindia.com/pti_news.asp?id=381981 मुंबई, देल्ही एयरपोर्ट्स मैनेजमेण्ट टू बी हैण्डेड ओवर टू प्राइवेट कंपनीज़] </span></ref> इस निजीकरण का भरपूर विरोध [[भाविप्रा]] कर्मचारियों ने किया<ref>[http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/1389537.cms निजीकरण के खिलाफ हवाई अड्डा कर्मचारियों का आंदोलन स्थगित]| नवभारत टाइम्स। २७ जनवरी २००६। भाषा</ref>, किन्तु अन्ततः ३ मई २००६ को यह प्रबंधन स्थानांतरण संपन्न हो गया।<ref>[http://bharat.gov.in/sectors/transport/index.php?id=8 नियामक प्राधिकरण और हवाई अड्डे]| भारत.गॉव.इन। स्रोत:राष्‍ट्रीय पोर्टल विषयवस्‍तु प्रबंधन दल। १५ फ़रवरी २०११। अभिगमन तिथि: २८ नवम्बर २०१२</ref>
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== इतिहास ==
 
[[१९३०]] में दिल्ली का प्रथम हवाई –अड्डा [ 09027672087[सफ़दरजंग विमानक्षेत्र]] बना था और यही १९६२ तक दिल्ली का प्रमुख हवाई अड्डा जमील 917533800966रहारहा<ref name="igicustoms">[http://www.igiacustoms.gov.in/igi-airport.htm]</ref> बढ़ते वायु यातायात के कारण व सफ़दरजंग में छोटी उड़ान-पट्टी की बड़े जेट विमानों को उतार पाने में अक्षम होने के कारण से १९६२ में लगभग सभी नागरिक उड़ान प्रचालन को पालम विमान क्षेत्र (तत्कालीन नाम, जिसे बाद में इ.गाँ.अ.विमानक्षेत्र कर दिया गया) को भेज दी गईं।<ref name="igicustoms"/> पालम विमानक्षेत्र का निर्माण [[द्वितीय विश्व युद्ध]] के दौरानना स्टेशन, पालम के रूप में किया गया था और अंग्रेज़ों के जाने के बाद यह १९६२ तक मात्र वाय़ु सेना स्टेशन के रूप में ही कार्य कर रहा था।
 
पालम विमानक्षेत्र की सर्वोच्च यात्री क्षमता १३०० यात्री प्रति घंटा थी।<ref><span class="plainlinks"> [https://igiacustoms.gov.in/igi-airport.htm आई.जी.आई कस्टम्स – अबाउट आई.जी.आई एयरपोर्ट] </span></ref> १९७० के दशक के अंत तक वाय़ु यातायात में बढ़ोत्तरी के चलते, तत्कालीन टर्मिनल क्षमता के चार गुना क्षमता वाला नया टर्मिनल बनाया गया। २ मई १९८६ को इस नये बने टर्मिनल के उद्घाटन के समय पालम विमानक्षेत्र को भारत की पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती [[इंदिरा गांधी]] के नाम पर वर्तमान नाम इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र दिया गया, जिसे अंग्रेज़ी आद्याक्षरों में आई.जी.आई एयरपोर्ट भी कह दिया जाता है।