"कल्पवृक्ष": अवतरणों में अंतर

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सिद्ध, नाथ और संत कल्पलता या कल्पवल्लरी संज्ञा 'उन्मनी' को देते हैं क्योंकि उनके मतानुसार सहजावस्था या कैवल्य की प्राप्ति के लिए उन्मनी ही एकमात्र साधन है जो न केवल सभी कामनाओं को पूरी करनेवाली है अपितु स्वयं अविनश्वर भी है और जिसे मिल जाती हैं, उसे भी अविनश्वर बना देती है।<ref>{{cite web|url= http://navbharattimes.indiatimes.com/-/holy-discourse/religious-discourse/--/articleshow/3126692.cms|title= मन ही है इच्छा पूरी करने वाला कल्पवृक्ष|publisher = [[नवभारत टाइम्स]]|language= हिन्दी |date = १३ जून २००८}}</ref>
 
== सन्दर्भEieie ==
{{टिप्पणीसूची}}
[[श्रेणी:भारतीय संस्कृति|कल्पवृक्ष]]
[[श्रेणी:भारतीय मिथक|कल्पवृक्ष]]