"शिक्षा (वेदांग)": अवतरणों में अंतर

No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 1:
{{हिन्दू धर्म सूचना मंजूषा}}
 
{{आधार}}
 
'''शिक्षा''', [[वेद]] के छ: अंगों में से एक है। इसका रचनाकाल विभिन्न विद्वानों ने १००० ईसापूर्व से ५०० ईसापूर्व बताया है। [[भाषाविज्ञान|भाषावैज्ञानिकों]] की दृष्टि में शिक्षा का उद्देश्य सामान्य [[स्वनविज्ञान]] (फोनेटिक्स) एवं [[स्वनिमविज्ञान]] (फोनोलॉजी) माना जा सकता है। शिक्षा ने सभी प्राप्त [[ध्वनि|ध्वनियों]] का विश्लेषण किया है। इसका उद्देश्य वेद की ऋचाओं का ठीक प्रकार से पाठ करना है।