"हिन्दू काल गणना": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:हिन्दू समय.JPG|250px|thumb|right|हिन्दू समय मापन, लघुगणकीय पैमाने पर]]
<!---[[File:Bhaskar Yantra Dongala Ujjain India (2).jpg|thumb|डोंगला [[उज्जैन]] स्थित भास्कर यंत्र]]--->
प्राचीन [[हिन्दू]]
इसके साथ साथ ही हिन्दू ग्रन्थों मॆं लम्बाई
हिन्दू
(श्लोक 11) वह जो कि श्वास (प्राण) से आरम्भ होता है, यथार्थ कहलाता है; और वह जो त्रुटि से आरम्भ होता है, अवास्तविक कहलाता है। छः श्वास से एक विनाड़ी बनती है। साठ श्वासों से एक नाड़ी बनती है।
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