"रामधारी सिंह 'दिनकर'": अवतरणों में अंतर

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| name = रामधारी सिंह 'दिनकर'
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| image_size =
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| caption =
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| subject = [[कविता]], [[खंडकाव्य]], [[निबंध]], [[समीक्षा]]
| movement = राष्ट्रवाद, <br />प्रगतिवाद
| notableworks = [[कुरुक्षेत्र]], रश्मिरथी, [[उर्वशी (महाकाव्य)|उर्वशी]], हुंकार, [[संस्कृति के चार अध्याय]], [[परशुराम की प्रतीक्षा]], हाहाकार
| awards = 1959:[[साहित्य अकादमी पुरस्कार]] <br />1959: [[पद्म भूषण]] <br />1972: [[ज्ञानपीठ पुरस्कार]]
| signature = Dinkar Autograph Hindi.png
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== प्रमुख कृतियाँ ==
उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समानता और शोषण के खिलाफ कविताओं की रचना की। एक प्रगतिवादी और मानववादी कवि के रूप में उन्होंने ऐतिहासिक पात्रों और घटनाओं को ओजस्वी और प्रखर शब्दों का तानाबाना दिया। उनकी महान रचनाओं में [[रश्मिरथी (खंड काव्य)|रश्मिरथी]] और [[परशुराम की प्रतीक्षा]] शामिल है। [[उर्वशी]] को छोड़कर दिनकर की अधिकतर रचनाएँ वीर रस से ओतप्रोत है। [[भूषण]] के बाद उन्हें [[वीर रस]] का सर्वश्रेष्ठ कवि माना जाता है।
 
ज्ञानपीठ से सम्मानित उनकी रचना उर्वशी की कहानी मानवीय प्रेम, वासना और सम्बन्धों के इर्द-गिर्द घूमती है। [[उर्वशी]] स्वर्ग परित्यक्ता एक अप्सरा की कहानी है। वहीं, कुरुक्षेत्र, महाभारत के शान्ति-पर्व का कवितारूप है। यह दूसरे विश्वयुद्ध के बाद लिखी गयी रचना है। वहीं सामधेनी की रचना कवि के सामाजिक चिन्तन के अनुरुप हुई है। [[संस्कृति के चार अध्याय]] में दिनकरजी ने कहा कि सांस्कृतिक, भाषाई और क्षेत्रीय विविधताओं के बावजूद भारत एक देश है। क्योंकि सारी विविधताओं के बाद भी, हमारी सोच एक जैसी है।
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12. धूप और धुआँ (1951)
 
13. [[मिर्च का मजा]] (1951)
 
14. [[रश्मिरथी (खंड काव्य)|रश्मिरथी]] (1952)
 
15. दिल्ली (1954)
पंक्ति 99:
23. लोकप्रिय कवि दिनकर (1960)
 
24. [[उर्वशी (महाकाव्य)|उर्वशी]] (1961)
 
25. परशुराम की प्रतीक्षा (1963)
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39. हमारी सांस्कृतिक एकता 1955
 
40. [[भारत की सांस्कृतिक कहानी]] 1955
 
41. [[संस्कृति के चार अध्याय]] 1956
 
42. उजली आग 1956
पंक्ति 143:
44. राष्ट्र-भाषा और राष्ट्रीय एकता 1955
 
45. [[काव्य की भूमिका]] 1958
 
46. पन्त-प्रसाद और मैथिलीशरण 1958