vachan coshal
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'''वाद-विवाद''' या '''बहस''', किसी विषय पर चर्चा की एक औपचारिक विधि है। वाद-विवाद में दो परस्पर विपरीत विचारों के समर्थक अपना-अपना तर्क रखते हैं और दूसरे के कथनों का खण्दनखण्डन करने का प्रयत्न करते हैं। वाद-विवाद सार्वजनिक बैठकों में हो सकता है, शैक्षणिक संस्थानों में हो सकता है, विधायी सभाओं (जैसे संसद) में हो सकता है। वाद-विवाद एक औपचारिक चर्चा है जिसमें प्रतिभागियों के अलावा प्रायः एक संचालक होता है और श्रोता होते हैं।
 
तार्किक सुसंगति (consistency), तथ्यात्मक परिशुद्धता, तथा कुछ सीमा तक श्रोताओं से भावनात्मक जुड़ाव (अपील) वाद-विवाद के मुख्य अंग हैं। जब कोई औपचारिक वाद-विवाद प्रतियोगिता की जाती है तब आपसी मतभेदों पर चर्चा करने और उन्हें ठीक करने के लिए नियम भी बनाए गये होते हैं।