"स्वास्थ्य शिक्षा": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
2405:204:A525:ABF3:0:0:A27:10B0 (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 4323620 को पूर्ववत किया टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना |
|||
पंक्ति 1:
= Health Tips =
[https://thehealthtipshindi.com/amla-juice/ '''आंवला'''] प्रकृति से मनुष्यों को दिया गया एक अनमोल उपहार है और इसके सेवन से शरीर में उत्पन्न होने वाली कई बीमारियाँ मिट जाती हैं, आंवले के रस में बहुत सारा विटामिन सी होता है।
संतरे के रस की तुलना में आंवले के रस में 20 गुना अधिक विटामिन सी होता है और [https://thehealthtipshindi.com/amla-juice/ 2 संतरे] में एक छोटे से आंवले में उतना ही विटामिन सी होता है जितना कि प्रत्येक व्यक्ति को 1 दिन में 50 मिलीग्राम विटामिन सी की जरूरत होती है।
जिसे आप आंवला खाकर या इसका जूस पीकर कर सकते हैं और इसमें एंटीऑक्सिडेंट और किसी भी फल और सब्जी की मात्रा अधिक होती है। ....[https://thehealthtipshindi.com/amla-juice/ Read More]
तो दोस्तों में हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देता हूं लेकिन कई बार कई लोगों को इसे लेने का सही तरीका मालूम नहीं
होता कुछ महिला और पुरुष कच्ची हल्दी को दूध में मिलाकर ले लेते हैं
तो कुछ लोग ऐसे होते हैं कि एक क्लास मैं एक चम्मच सर्दी मिला लेते हैं ऐसा करने से उनको नुकसान ही होता है लेकिन
आप परेशान ना हो आज मैं आपको हल्दी वाला दूध बनाने का सही तरीका बताऊंगा और
रात को पीने के फायदो के बारे में बताओ ? तो चलिए जानते हैं
दोस्तों आपको करना क्या है एक गिलास दूध गाय का हो या भैंस का दो चुटकी हल्दी सिर्फ दो चुटकी हल्दी ही लेना है
हल्दी वाला दूध बनाने के लिए आपको एक ग्लास दूध और दूध की हल्दी लेनी है और क्लास में मिला देंगे उसको अच्छे से
उबाल ले फिर उसे थोड़ा ठंडा होने दें...[https://thehealthtipshindi.com/benefits-of-turmeric-milk/ Read More]
इसके अलावा इसमें कैल्शियम फास्फोरस आयरन कैरोटीन, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और सोडियम भरपूर मात्रा में होता है। आंवला जूस पीने का सबसे पहला फायदा है
लोगों को [[स्वास्थ्य]] के सभी पहलुओं के बारे में शिक्षित करना '''स्वास्थ्य शिक्षा''' (Health Education) कहलाती है। स्वास्थ्य शिक्षा एक ऐसा साधन है जिससे कुछ विशेष योग्य एवं शिक्षित व्यक्तियों की सहायता से जनता को स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान तथा [[संक्रामक रोग|औपसर्गिक]] एवं विशिष्ट व्याधियों से बचने के उपायों का प्रसार किया जा सकता है।
|