"भूतंत्र": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:Physiocratie.jpg|अंगूठाकार|''Physiocratie, ou Constitution naturelle du gouvernement le plus avantageux au genre humain (भूतंत्र, या मानव के लिये सर्वाधिक उपयोगी सरकार का नैसर्गिक संविधान)'' का मुखपृष्ठ]]
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[[चित्र:François Quesnay.jpg|अंगूठाकार|फ्रांसोआ क़्वेसने]]
'''भूतंत्र''' या '''प्रकृतितंत्र''' (फिजियोक्रेसी) एक आर्थिक सिद्धान्त है जिसका प्रतिपादन १८वीं शताब्दी के [[फ्रांस|फ्रांसीसी]] अर्थशास्त्रियों एवं दार्शनिकों के एक समूह ने किया था। इस सम्प्रदाय का विश्वास था कि देशों की सम्पति केवल कृषि भूमि तथा उसके विकास से ही उत्पन्न होती है। उनका यह भी विचार था कि कृषि उत्पादों के मूल्य बहुत अधिक रखने चाहिये। इस दृष्टिकोण का प्रतिपादन सर्वप्रथम १७५५ में [[कैंटिलों]] नामक व्यापारी ने किया, और [[फ्रांसोआ क़्वेसने]] (Francois Quesnay) तथा [[जां क्लोद मारी वैंसैं सिअ द गूर्ने]] (Jean claude Marie vincent, Sieur de Gournay) ने सम्बद्ध क्रियात्मक सिद्धान्त का रूप दिया। इस सिद्धान्त को 'निर्बाधावादी व्यवस्था', निर्बाधावाद या प्रकृतिराज्यवाद भी कह सकते हैं।