"मेवाड़": अवतरणों में अंतर

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गांगुंदा व चावंड नामक स्थानों को संघर्ष कालीन राजधानियाँ बनायी।
 
[[https://www.rajgk.in/2020/02/maharana-udai-singh-history-in-hindi.html राणा उदयसिंह]] (१५४० - १५७२ ई.) ने पीछोली नामक गाँव को अपनी राजधानी बनाया। पीछोली गाँव ही १७ वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में उदयपुर नगर के नाम से प्रसिद्ध हो गया। राणा कर्णसिंह (१६२० - १६२८ ई.) के बाद से उदयपुर नगर ही मेवाड़ की स्थायी राजधानी रहा, जबतक राणा भूपालसिंह द्वारा १८ अप्रैल १९४८ ई. में इसका विलय नहीं कर दिया गया।
 
===मेवाड़ के महाराणा===
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* विक्रमादित्य सिंह 1531-1536
* बनवीर सिंह 1536-1537
*[https://www.rajgk.in/2020/02/maharana-udai-singh-history-in-hindi.html उदय सिंह 1537-1572]
* प्रताप सिंह द्वितीय 1572-1597
* अमर सिंह प्रथम 1597-1620
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* [https://www.fatehgarh.in/ फतेह गढ़ होटल]
*[https://www.meenakshihotel.com वेब उदयपुर | उदयपुर (मेवाड़) के बारे में साईट]
*[https://www.rajgk.in/2020/02/maharana-udai-singh-history-in-hindi.html मेवाड़ राजवंश का संक्षिप्त इतिहास]
 
[[श्रेणी:राजस्थान]]