"खो-खो": अवतरणों में अंतर
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* '''परिधियाँ''':- केन्द्रीय लेन तथा बाहरी सीमा निश्चित करने वाली दोनों आयताकारों की रेखाओं से 7.85 मी॰ दूर दोनों पार्श्व रेखाओं को परिधियाँ कहते हैं।
* '''अनुधावक या चेज़र''':- वर्गों में बैठे खिलाड़ी अनुधावक कहलाते हैं। विरोधी खिलाड़ियों को पकड़ने या छूने के लिए भागने वाला अनुधावक या चेज़र सक्रिय अनुधावक कहलाता है
* '''धावक''':- चेज़रों या
* '''खो देना''':- अच्छी 'खो' देने के लिए सक्रिय धावक को बैठे हुए धावक को पीछे से हाथ से छूते ही 'खो' शब्द और ऊँचे तथा स्पष्ट कहना चाहिए। छूने और 'खो' कहने का समय एक साथ होना चाहिए।
* '''फ़ाऊल''':- यदि बैठा हुआ या सक्रिय धावक किसी नियम का उल्लंघन करता है तो वह फ़ाऊल होता है।
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