"स्थानापन्न मातृत्व": अवतरणों में अंतर

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रूढीवादी रब्बियाँ सरोगसी प्रक्रिया, मात्रत्व अनादर तथा अपमानजनक माना गया है। यह सरोगेट माँ तथा माता-पिता के बीच का अन्तर्निर्हित असन्तुलन तथा आर्थिक मत्भेद को प्रकाशित करता है। परन्तु लोगों के बंजरपन की पीडा को दूर करने के लिए कभी कभी स्वीकार भी करते हैं।
=== इस्लाम धर्म===
[[इस्लाम]] विद्धानों शरिया कानून के नज़रैये से सरोगसी प्रक्रिया को अस्वीकार करते हुए कहता है कि पैदा होनेवामलेहोनेवाले बच्चे को न्यायपूर्व वन्श नहीं मिल सकता है क्योकी तीसरे व्यक्ति के कुल भी जुडे है। फिल्हाल इस प्रक्रिया को विकास संबंधित मुसल्मानो ने अनुकूल किया है।
 
=== हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म एवं सिख धारा ===
[[हिन्दू धर्म]] विशेष परिस्थितियों में बंजरपन और कृत्रिम गर्भदान को अनुभूति देति है। और इस में पित के [[शुक्राणुओं]] का उपयोग करते हैं ताकि बच्चे को अपने वन्श क पत हो।