"अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर": अवतरणों में अंतर

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|president = एस के आचार्य<ref>{{cite web |title=Notification of president nomination |url=http://pmssy-mohfw.nic.in/files/aiims%20BBSR_Pres_311018.pdf |accessdate=15 January 2020 |date=31 October 2018|publisher=[[PMSSY]]}}</ref>
|director = गितांजलिडॉ. गीतांजलि बतमानबाने<ref name="ref">{{cite news|author =Jamal Ayub|url=http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-09-12/news/33788563_1_bhubaneswar-aiims-aiims-director-aiims-campus |title=Bhubaneswar AIIMS classes from September 21 |work=The Times of India |date=30 August 2012 |accessdate=2012-09-14}}</ref>
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'''अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर''' (All India Institute of Medical Sciences Bhubaneswar (एम्स भुवनेश्वर), [[भुवनेश्वर]] में स्थित एक [[चिकित्सा महाविद्यालय]] तथा आयुर्विज्ञान शोध से सम्बन्धित विश्वविद्यालय है । पहले इसका नाम '''नेताजी सुभाष चन्द्र बोस अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान''' था।<ref>{{cite news|author =Ashok Pradhan, TNN |url= http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-11-09/bhubaneswar/35015457_1_aiims-director-city-aiims-aiims-bhubaneswar |title=Premier medical college drops Netaji |work=The Times of India |date=9 Nov 2012 |accessdate=9 Nov 2012}}</ref> यह संस्थान [[भारत]] के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है। इस संस्थान की आधारशिला 15 जुलाई, 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री [[अटल बिहारी वाजपेयी]] द्वारा रखी गई थी। इसे 16 जुलाई, 2012 को पारित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (संशोधन) अध्यादेश के तहत स्वायत्त संस्थान और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में स्थापित किया गया था ।
 
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर [[प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना]] (पीएमएसएसवाई) के तहत भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्थापित शीर्ष स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में से एक है । इस योजना के तहत [[पटना]], [[रायपुर]], [[भोपाल]], [[भुवनेश्वर]], [[जयपुर]] और [[ऋषिकेश]] में छह नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की स्थापना की गई जो एम्स,नई दिल्ली पर आधारित हैं ।
 
15 अगस्त, 2003 को अपने स्वतंत्रता दिवस सम्बोधन में तत्कालीन प्रधानमंत्री [[अटल बिहारी वाजपेयी]] ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत पटना, रायपुर, भोपाल, भुवनेश्वर, जयपुर और ऋषिकेश में 6 एम्स अस्पतालों के शुरुआत की घोषणा की थी जिसका उद्देश्य देश के इन क्षेत्रों में सुपर स्पेशलिटी विषयों में गुणवत्ता चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के अलावा सेवा विहीन क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करना है ।
 
== स्थिति ==
भुवनेश्वर का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर के बाहरी भाग में स्थित है। यह भुवनेश्वर के [[सिजुआ]] क्षेत्र में लगभग १०० एकड़ भूमि पर निर्मित है।<ref>{{cite news|author =PTI |url=http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2012-05-06/news/31596837_1_aiims-slow-pace-bhubaneswar |title=AIIMS, Bhubaneswar academic session to begin this September |work=The Times of India |date=6 May 2012 |accessdate=2012-10-04}}</ref> इसके संस्थान के तीन प्रमुख भाग हैं- एक चिकित्सालय, एक मेडिकल कॉलेज और छत्रों के लिए छात्रावास।
[[File:AIIMS Bhubaneswar 04.jpg|right|thumb|420x420x|एम्स भुवनेश्वर]]
 
==मिशन और उद्देश्य==
इस केन्द्र को स्थापित करने का उद्देश्य है - "चिकित्सा शिक्षा, प्रशिक्षण, स्वास्थ्य देखभाल और वैज्ञानिक संस्कृति के साथ अनुसंधान, बीमारों के लिए करुणा और प्रतिबद्धता।"
 
; संस्थान का उद्देश्य
* अपनी सभी शाखाओं में स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में शिक्षण के उदाहरण विकसित करना, ताकि भारत में सभी मेडिकल कॉलेजों और अन्य संबद्ध संस्थानों को चिकित्सा शिक्षा का उच्च मानक प्रदर्शित किया जा सके ।
* एक ही स्थान पर स्वास्थ्य गतिविधि की सभी महत्वपूर्ण शाखाओं में कर्मियों के प्रशिक्षण को शैक्षिक सुविधाओं में एक साथ लाना; तथा
* स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना।
 
===संस्थान के कार्य===
* आधुनिक चिकित्सा और अन्य संबद्ध विज्ञान, भौतिक और जैविक विज्ञान सहित विज्ञान में स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षण प्रदान करना,
 
* विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में आयुर्विज्ञान सम्बन्धी अनुसन्धान के लिए सुविधाएँ प्रदान करना,
 
* स्नातक पाठ्यक्रमों में [[मानविकी]] का शिक्षण प्रदान करना,
 
* स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों की चिकित्सा शिक्षा में नए प्रयोग करना ताकि चिकित्सा शिक्षा के स्तर को संतोषजनक मानकों तक पहुंचाया जा सके,
 
* स्नातक तथा स्नातकोत्तर दोनों के लिए पाठ्यक्रम और शिक्षा-कार्यक्रम निर्धारित करना,
 
* भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में अध्यापन के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करना,
 
* एक दन्तचिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना करना और उसका रखरखाव करना,
 
* एक नर्सिंग महाविद्यालय की स्थापना और रखरखाव,
 
* ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना और रखरखाव । ये संस्थान चिकित्सा, दंत चिकित्सा और नर्सिंग छात्रों के लिए क्षेत्र-प्रशिक्षण प्रदान करेंगे और इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य समस्याओं से सम्बन्धित अनुसंधान करेंगे ।
 
* विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य कर्मियों, जैसे फिजियोथेरेपिस्ट, व्यावसायिक चिकित्सक और विभिन्न प्रकार के चिकित्सा तकनीशियनों के प्रशिक्षण के लिए अन्य संस्थानों की स्थापना और रखरखाव करना ।
 
==सन्दर्भ==