"ताजमहल": अवतरणों में अंतर

टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
→‎इतिहास: संदर्भ जोड़ा।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 190:
[[चित्र:Taj protective scaffold.jpg|thumb|युद्धकालीन सुरक्षा पैड़ बल्ली]]
[[1857 का प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम|1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम]] के दौरान, ताजमहल को ब्रिटिश सैनिकों एवं सरकारी अधिकारियों द्वारा काफी विरुपण सहना पडा़ था। इन्होंने बहुमूल्य पत्थर एवं रत्न, तथा लैपिज़ लजू़ली को खोद कर दीवारों से निकाल लिया था। 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश वाइसरॉय [[लॉर्ड कर्जन|जॉर्ज नैथैनियल कर्ज़न]] ने एक वृहत प्रत्यावर्तन परियोजना आरंभ की। यह 1908 में पूर्ण हुई। उसने आंतरिक कक्ष में एक बडा़ दीपक या चिराग स्थापित किया, जो [[काहिरा]] में स्थित एक मस्जिद जैसा ही है। इसी समय यहाँ के बागों को ब्रिटिश शैली में बदला गया था। वही आज दर्शित हैं।
सन् 1942 में, सरकार ने मकबरे के इर्द्-गिर्द, एक मचान सहित पैड़ बल्ली का सुरक्षा कवच तैयार कराया था। यह जर्मन एवं बाद में जापानी हवाई हमले से सुरक्षा प्रदान कर पाए। 1965 एवं 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के समय भी यही किया गया था, जिससे कि वायु बमवर्षकों को भ्रमित किया जा सके। इसके वर्तमान खतरे वातावरण के प्रदूषण से हैं, जो कि यमुना नदी के तट पर है, एवं अम्ल-वर्षा से, जो कि [[मथुरा]] तेल शोधक कारखाने से निकले धुंए के कारण है।<ref>{{cite web|url=https://www.bbc.com/hindi/amp/india-44795787|title=ताजमहल को प्रदूषण से बचाना इतना मुश्किल क्यों है|website=[[बीबीसी]]|author=अनंत प्रकाश|date=११ जुलाई २०१८|accessdate=२५ फरवरी २०२०}}</ref> इसका [[सर्वोच्च न्यायालय]] के निदेशानुसार भी कडा़ विरोध हुआ था। 1983 में ताजमहल को [[युनेस्को]] [[विश्व धरोहर स्थल]] घोषित किया गया।
 
== पर्यटन ==